चुनाव राउंडअप: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना और भाजपा के बीच मतभेद थे लेकिन अब वे हल हो गए हैं. गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटों ने राजनीति में आने के संकेत दिए. हरियाणा में भाजपा सांसद की ज़ुबान फिसली. कहा- कांग्रेस की जीत होगी. केरल में सबरीमला विवाद को लेकर भाजपा प्रत्याशी को 14 दिनों की जेल की सज़ा.
नई दिल्ली: भारतीय युवा कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान के जवाब में सोशल मीडिया पर ‘मैं भी बेरोज़गार’ अभियान शुरू किया है.
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी (सोशल मीडिया) वैभव वालिया ने बताया, ‘सोशल मीडिया पर शनिवार को हमने ‘मैं भी बेरोज़गार’ अभियान शुरू किया जिसको लेकर कुछ घंटों के भीतर ट्विटर पर एक लाख से अधिक लोगों ने ट्वीट किए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इस अभियान का मक़सद लोगों ख़ासकर युवाओं को इस बारे में जागरूक करना है कि इस सरकार में रोज़गार को लेकर कुछ नहीं हुआ. सिर्फ मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है.’
वालिया ने कहा, ‘कई रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि नए रोज़गार पैदा होने की बजाय इस सरकार में नौकरियां ख़त्म हो गईं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री और मंत्रियों के स्तर पर पकौड़े तलने और चौकीदार बनने की बात हो रही है.’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से रफाल मामले में हमला किए जाने के बाद ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान की शुरुआत की. इसके तहत उन्होंने औेर मंत्रियों ने ट्विटर पर अपने नाम से पहले ‘चौकीदार’ जोड़ लिए.
शिवसेना और भाजपा के बीच मतभेद थे लेकिन अब वे हल हो गए हैं: उद्धव ठाकरे
अहमदाबाद: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि भाजपा और उनकी पार्टी के बीच मतभेद थे लेकिन अब वे हल हो गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों दलों के लक्ष्य एक हैं और उनकी विचारधार एवं दिल एक साथ जुड़े हैं.
ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं है जो उनकी बराबरी कर सके.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गांधीनगर लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाख़िल करने से पहले उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही.
ठाकरे के अलावा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह , नितिन गडकरी, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान भी मंच पर मौजूद थे.
ठाकरे ने कहा कि वह यहां शाह को शुभकामनाएं देने के लिए रैली में शामिल हुए हैं.
ठाकरे ने कहा, ‘इस पर कई लोग सवाल करेंगे कि मैं यहां क्यों हूं… कई लोग खुश हैं कि मैं यहा हूं लेकिन कुछ लोगों को इससे तकलीफ़ ज़रूर होगी.’
उन्होंने कहा, ‘कई लोग इस बात की खुशी मना रहे थे कि एक जैसी विचारधारा वाली पार्टियां आपस में लड़ रही हैं. हमारे बीच कुछ मनमुटाव और मतभिन्नता थी. लेकिन जब अमित शाह मेरे घर आए और हमने बैठकर बातचीत की, सब हल हो गया.’
ठाकरे ने कहा, ‘हमारे समान लक्ष्य हैं. हमारी विचारधारा और दिल एक साथ बंधे हैं. हम एकसाथ इसलिए आए हैं क्योंकि ‘हिंदुत्व’ ही है जो हमें बांधता है.’
ठाकरे ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भाजपा और शिवसेना के बीच जो हुआ वह अब इतिहास है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इन पिछले पांच वर्ष से पहले भी हमारा 25 साल का इतिहास है. आज हमारी सोच एक है, हमारी विचारधारा एक है और हमारा नेता भी एक है.
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटों ने राजनीति में आने के संकेत दिए
पणजी: गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटों ने शनिवार को बयान जारी कर संकेत दिए कि वह अपने पिता के देश और राज्य के प्रति समर्पण की विरासत को जारी रखने के लिए राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं.
पर्रिकर (63) का कैंसर की वजह से बीते 17 मार्च को निधन हो गया था.
पर्रिकर के निधन के बाद से ही गोवा में यह कयास लगने शुरू हो गए थे कि उनके पुत्र उत्पल और अभिजात के लोकसभा चुनाव या अपने पिता के निधन से बाद पणजी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ सकते हैं.
बेटों की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘हम राज्य और राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और समर्पण की विरासत को जारी रखते हुए उनके जीवन का सम्मान करेंगे.’
शशि थरूर के ट्वीट पर विवाद, भाजपा और माकपा ने की माफ़ी की मांग
तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस सांसद शशि थरूर एक बार फिर अपने ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गए हैं. भाजपा और माकपा ने थरूर पर मछुआरा समुदाय के अपमान का आरोप लगाते हुए उनसे माफ़ी की मांग की.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने हाल ही में तिरुवनंतपुरम के एक मछली बाज़ार गए थे और वहां मछली बेच रही महिलाओं से बात कर कुछ तस्वीरें साझा की थीं.
इसके बाद थरूर ने ट्वीट किया, ‘शाकाहारी, अतिसंवेदनशील (स्क्वीमिश) सांसद होने बाद भी मछली बाज़ार जाकर बहुत उत्साहित हूं.’
थरूर के ‘अतिसंवेदनशील’ के इस्तेमाल से विवाद खड़ा हो गया. थरूर ने इस शब्द का मतलब बताते हुए ख़ुद का बचाव भी किया.
थरूर की सफाई के बावजूद माकपा और भाजपा ने उन पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सांसद ने अपने शब्दों के चयन से मछुआरा समुदाय का अपमान किया है.
भाजपा उम्मीदवार कुम्मानम राजशेखरन ने कहा कि थरूर को माफ़ी मांगनी चाहिये और उनका सोशल मीडिया के जरिये मछुआरा समुदाय को अपमानित करना अत्यंत निंदनीय है.
इस बीच मछुआरों ने भी ट्वीट को लेकर कोच्चि, कोल्लम और कोझीकोड़ में मार्च निकाला और कहा कि उनका अपमान किया गया है.
हरियाणा में भाजपा सांसद की फिसली जुबान, कहा- कांग्रेस की जीत होगी
भिवानी: भाजपा की विजय संकल्प रैली के दौरान यहां शनिवार को भिवानी-महेंद्रगढ़ से भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह की जुबान फिसल गई और उन्होंने राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत का दावा कर डाला.
उन्होंने कहा, ‘मैं दावे के साथ कह सकता हूं आपके हौसलों के देखते हुए भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा में मुझे लगता है कि सन 1987 की तरह इस प्रदेश में पहली बार दोबारा से 85 से भी ज्यादा सीट आप कांग्रेस पार्टी को दोगे.’
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं.
सांसद के संबोधन के वक्त मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत कई बड़े नेता मंच पर मौजूद थे. कांग्रेस की जीत का दावा करने की बात पर भाजपा नेता एक-दूसरे का मुंह ताकते नजर आए. लोग जोर-जोर से तंज कसते नजर आए और इस पर सांसद भी झेंप गए. बाद में उन्होंने अपनी बात को दुरुस्त किया.
ओडिशा: बीजद के एक और मौजूदा सांसद ने दिया इस्तीफ़ा, टिकट न मिलने से थे नाराज़
भुवनेश्वर: बीजू जनता दल (बीजद) के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सेठी ने आगामी लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर शनिवार को पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया. बीजद अध्यक्ष ने भद्रक लोकसभा सीट से आठ बार के सांसद की जगह मंजुलता मंडल को टिकट दी है, जो पार्टी के मौजूदा विधायक मुक्तिकांत मंडल की पत्नी है.
अर्जुन सेठी (78) ने मुख्यमंत्री एवं बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक को अपना इस्तीफा भेजा. उन्होंने संसद के सदस्य और भद्रक ज़िले के बीजद प्रमुख पद से भी इस्तीफा दे दिया है.
सेठी ने कहा, ‘मैं नवीन पटनायक से मिलना चाहता था लेकिन मुझे मिलने का समय नहीं दिया गया. मैंने चार घंटे इंतज़ार किया लेकिन फिर भी मिल नहीं पाया. यह शर्मिंदगी भरा था कि इस उम्र में मुझे इतना इंतज़ार करना पड़ा.’
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैं काफी दुखी हूं कि न तो मुझे और न ही मेरे बेटे को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट दी गई.’
उन्होंने दावा किया कि पटनायक ने उनकी जगह उनके बेटे को टिकट देने पर विचार करने का आश्वासन दिया था.
सेठी के समर्थन में भद्रक युवा बीजद अध्यक्ष दुर्गा प्रसन्ना दास ने भी इस्तीफ़ा दे दिया. बीजद से इस्तीफा देने वाले सेठी चौथे सांसद हैं. हाल ही में नबरंगपुर के सांसद बलभद्र माझी, कंधमाल की सांसद प्रत्युषा राजेश्वरी सिंह और कालाहांडी के सांसद अरका केशरी देव ने भी इस्तीफा दे दिया था.
आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में महाराष्ट्र में भाजपा नेता के ख़िलाफ़ जांच
मुंबई: निर्वाचन आयोग (ईसी) ने कथित तौर पर आचार संहिता उल्लंघन के मामले में भाजपा के सांगली ज़िला इकाई अध्यक्ष पृथ्वीराज देशमुख के ख़िलाफ़ जांच शुरू की है. अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
देशमुख ने सांगली ज़िले के मिराज शहर में बुधवार को भाजपा, शिवसेना और आरपीआई (ए) कार्यकर्ताओं की एक संयुक्त सभा को संबोधित करते हुए एक पार्टी कार्यकर्ता से कहा था कि अगर भाजपा सांसद संजय काका पाटिल आसन्न लोकसभा चुनाव में दोबारा निर्वाचित होते हैं तो उन्हें पांच लाख रुपये या उससे अधिक देंगे.
उनके भाषण का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
अपने भाषण के दौरान देशमुख ने कहा कि सांगली सीट जीतना आसान नहीं है. पाटिल यहां से मौजूदा सांसद हैं.
भीड़ में से जब किसी ने देशमुख से पूछा कि अगर पाटिल फिर से चुन लिए जाते हैं तो वह उन्हें क्या देंगे, इस पर उन्होंने कहा, ‘आपको पांच लाख या उससे अधिक मिलेंगे.’
लेकिन उन्होंने यह भी कहा, ‘मज़ाक अलग बात है, संजय पाटिल ने यहां मिराज में सड़क, राजमार्ग, रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास कार्य के लिए कोष हासिल कर काफी अच्छा काम किया है.’
सांगली के जिलाधिकारी अभिजीत चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग ने देशमुख के भाषण को लेकर मीडिया में आयी खबरों पर संज्ञान लिया है.
उन्होंने कहा, ‘उनके भाषण के फुटेज को सहायक निर्वाचन अधिकारी को भेज दिया गया है, जो अब इसका अध्ययन कर रहे हैं. जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.’
राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि आगे की जांच की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि देशमुख का भाषण सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल हो चुका है जिसमें वह साफ-साफ लोगों को रिश्वत देने की पेशकश करते दिख रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘कार्यवाही के लिए और क्या सबूत चाहिए? यह तो साफ-साफ आचार संहिता का उल्लंघन है. यह हमारे उस रुख़ को साबित करता है कि भाजपा धन के बल पर चुनाव लड़ रही है.’
जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी के आरोप में सपा ज़िलाध्यक्ष पर मुक़दमा
सम्भल: उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के प्रति कथित अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में सपा ज़िलाध्यक्ष के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया गया है.
पुलिस अधीक्षक जमुना प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि जया के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में सपा ज़िलाध्यक्ष फ़िरोज़ ख़ान के ख़िलाफ़ सम्भल के हयात नगर थाने में बृहस्पतिवार की रात मुक़दमा दर्ज किया गया.
इस बीच, ख़ान ने शुक्रवार को कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. उनकी टिप्पणी किसी भी महिला का अनादर करने के लिए नहीं थी.
उन्होंने बताया, ‘मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. मेरा मक़सद किसी महिला के प्रति असम्मान पेश करने या उनकी हंसी उड़ाने का नहीं था. जया प्रदा एक सेलेब्रिटी हैं. पूरा देश उनकी तारीफ़ करता है, उन्होंने अनेक अवॉर्ड भी जीते हैं.’
ख़ान ने ज़ोर दे कर कहा, ‘दरअसल, मैंने तो उनकी तारीफ़ करते हुए कहा था कि वह जहां भी चुनाव प्रचार के लिए जाएंगी और लोग उनसे कुछ डायलॉग बोलने को कहेंगे तो वह उनकी ख्वाहिश पूरी करेंगी. मैंने तो उनकी एक कलाकार होने के कारण तारीफ़ की थी.’
मालूम हो कि ख़ान ने कथित रूप से कहा था कि जया प्रदा अपने घुंघरुओं और ठुमकों से रामपुर की जनता को लुभाएंगी.
अपने एक वायरल वीडियो में वह यह कहते हुए नजर आए, ‘रामपुर की शामें रंगीन हो जाएंगी, अब जब चुनावी माहौल चलेगा.’
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए खान को एक नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया था.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को ऐसी कोई हरकत ना करने की सख़्त हिदायत दी है.
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान में 36 उम्मीदवार मैदान में
रायपुर: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राज्य की तीन सीटों पर होने वाले मतदान के लिए 36 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने शनिवार को रायपुर में बताया कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में तीन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में आठ उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है. इसके बाद अब दूसरे चरण के मतदान में कुल 36 उम्मीदवार अपना भाग्य आज़माएंगे.
अधिकारियों ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच के बाद दूसरे चरण के मतदान में तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए कुल 44 उम्मीदवार पात्र पाए गए थे. नाम वापसी के बाद सभी 36 उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न प्रदान कर दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजनांदगांव में पांच उम्मीदवारों की नाम वापसी के बाद 14 उम्मीदवार शेष बचे हैं. महासमुंद में एक प्रत्याशी की नाम वापसी के बाद 13 और कांकेर में दो उम्मीदवारों की नाम वापसी के बाद कुल नौ प्रत्याशी शेष हैं.
अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण के मतदान के लिए बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच के बाद कुल 10 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को अमान्य पाया गया.
वहीं प्रथम चरण के लिए नामांकन पत्रों की जांच में सात उम्मीदवारों को विधिमान्य पाया गया था, जिनमें से किसी भी उम्मीदवार ने अपना नाम वापस नहीं लिया.
राज्य की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा. पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट के लिए, दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा सीट के लिए तथा तीसरे चरण में रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चांपा, दुर्ग और सरगुजा लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा.
राज्य में कुल 1,89,16,285 मतदाता हैं.
उत्तर प्रदेश के एक गांव ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की धमकी दी
मुज़फ़्फ़रनगर: उत्तर प्रदेश में मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के एक गांव के निवासियों ने सोलानी नदी पर पुल के निर्माण की मांग पर ध्यान न दिए जाने पर आगामी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने की धमकी दी है.
योगेंद्र नगर गांव में पंचायत की बैठक में यह फैसला लिया गया.
गांव में रहने वाले प्रताप सिंह ने बताया कि चूंकि गांव नदी के समीप स्थित है इसलिए निवासियों को आर-पार जाने में काफी दिक्कतें आती हैं. उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान ये दिक्कतें बढ़ जाती हैं.
छत्तीसगढ़: बस्तर संसदीय क्षेत्र से सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में
रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा क्षेत्र में सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. यहां पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा.
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बीते शुक्रवार को बताया कि बस्तर संसदीय क्षेत्र के लिए नाम वापसी की समयसीमा 28 मार्च को समाप्त हो गई.
निर्धारित समयसीमा में किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र वापस नहीं लिया. नाम वापसी का समय ख़त्म होने के बाद सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में शेष हैं.
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए आठ उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाख़िल किए थे. लेकिन जांच के बाद राष्ट्रीय जनसभा पार्टी के प्रत्याशी जयसिंह कावड़े का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया था.
उन्होंने बताया कि कलेक्टर और ज़िला निर्वाचन अधिकारी अय्याज तम्बोली ने सभी सातों उम्मीदवारों को चुनाव प्रतीक चिह्नो का आवंटन कर दिया है.
छत्तीसगढ़ की कुल 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा. राज्य में कुल 1,89,16,285 मतदाता हैं, जिनमें 94,77,113 पुरूष और 94,38,463 महिला मतदाता हैं. वहीं तृतीय लिंग के मतदाता 709 हैं.
केरल: सबरीमला विवाद में भाजपा प्रत्याशी को 14 दिनों की जेल
पथनमथिट्टा: केरल में लोकसभा चुनाव से पूर्व एक स्थानीय अदालत ने पिछले साल नवंबर में सबरीमला मंदिर में एक महिला श्रद्धालु पर कथित तौर पर हमला करने से जुड़े मामले में बृहस्पतिवार को भाजपा के एक प्रत्याशी को जेल की सज़ा सुनाई.
बीते शुक्रवार को यहां रन्नी स्थित एक अदालत ने कोझीकोड संसदीय सीट से भाजपा के प्रत्याशी प्रकाश बाबू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
केरल में 23 अप्रैल को मतदान होना है.
भाजपा प्रत्याशी के ख़िलाफ़ आचार संहिता उल्लंघन का मुक़दमा
सम्भल: उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य के ख़िलाफ़ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मुक़दमा दर्ज किया गया है.
पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि सम्भल ज़िले की गुन्नौर कोतवाली में बदायूं सीट से भाजपा उम्मीदवार संघमित्रा मौर्य के ख़िलाफ़ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है.
संघमित्रा उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं.
गुन्नौर के कोतवाल एसके सिंह ने बताया कि संघमित्रा ने क्षेत्र में कई जगह बिना अनुमति लिए सभाएं की थीं. इसी वजह से उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 116 प्रत्याशी मैदान मे
मुंबई: लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र की सात सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान का पहला चरण संपन्न होगा और इसके लिए 116 प्रत्याशी मैदान में हैं.
चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
पहले चरण के मतदान में जिन प्रमुख प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा उनमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (नागपुर) और हंसराज अहीर (चंद्रपुर) शामिल हैं.
बृहस्पतिवार को नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन था.
वर्धा, नागपुर, रामटेक, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर, चंद्रपुर और यवतमाल-वशिम सीटों पर कुल 184 प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)