नेहा शौरी 2009 में पंजाब के खरड़ में एफडीए के ज़ोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात थीं. 10 साल पहले उन्होंने आरोपी के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था. आरोपी ने ख़ुद को गोली मारकर आत्महत्या की.
चंडीगढ़: पंजाब के खरड़ में जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात एक 36 वर्षीय महिला अधिकारी नेहा शौरी की शुक्रवार को उनके कार्यालय में एक व्यक्ति ने गोली मार कर हत्या कर दी.
जानकारी के मुताबिक, 2009 में जब नेहा रोपड़ में तैनात थीं, उस दौरान उन्होंने आरोपी के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था. जल्द ही बलविंदर के खिलाफ एक मामले में अदालत में गवाही भी देने वाली थीं.
पुलिस ने कहा कि अधिकारी नेहा शौरी खरड़ में दवा और खाद्य रासायनिक प्रयोगशाला में तैनात थीं. वह मोहाली और रोपड़ जिलों के लाइसेंस का काम संभालती थी.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोरिंडा के रहने वाले 50 वर्षीय आरोपी बलविंदर सिंह ने अधिकारी के कार्यालय में सुबह 11:40 बजे अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से नेहा को तीन गोलियां मारीं.
पुलिस ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू की गई है. शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी बलिंदर मोरिंडा में दवा की दुकान चलाता था और 2009 में नेहा ने उसकी दुकान पर छापा मारा था.
नेहा ने वहां से कथित रूप से नशीली दवाएं बरामद की थीं. इसके बाद नेहा ने उसके दवा दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया था. हत्या की मंशा का पता नहीं लगा है लेकिन लाइसेंस रद्द करने को ही हत्या की वजह माना जा रहा है.
दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता को अधिकारी की हत्या के मामले की जांच शीघ्र पूरी करने का निर्देश दिया है.
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh has directed DGP to ensure speedy probe into the killing of Dr. Neha Shoree. CM has ordered prompt investigation into the matter to get to the bottom of the case. (File pic) pic.twitter.com/ur08pNxb1J
— ANI (@ANI) March 30, 2019
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नेहा को उनके ही दफ्तर में गोली मारने के बाद बलविंदर ने भागने की कोशिश की थी. इस दौरान एक व्यक्ति ने पीछा कर उसे पकड़ने की कोशिश की. इससे डरकर बलविंदर ने खुद को भी गोली मार ली.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)