योगी आदित्यनाथ की रैली में नज़र आए अख़लाक़ को पीट-पीट कर मार डालने के आरोपी

रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कौन नहीं जानता बिसहड़ा में क्या हुआ? सबको पता है. कितने शर्म की बात है कि समाजवादी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की और मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया.

रविवार को बिसहड़ा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में सफेद शर्ट और दाढ़ी में मोहम्मद अखलाक की हत्या का मुख्य आरोपी विशाल राणा (फोटो साभार: एएनआई)

रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कौन नहीं जानता बिसहड़ा में क्या हुआ? सबको पता है. कितने शर्म की बात है कि समाजवादी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की और मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया.

रविवार को बिसहड़ा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में सफेद शर्ट और दाढ़ी में मोहम्मद अखलाक की हत्या का मुख्य आरोपी विशाल राणा (फोटो साभार: एएनआई)
रविवार को बिसहड़ा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में सफेद शर्ट और दाढ़ी में मोहम्मद अखलाक की हत्या का मुख्य आरोपी विशाल राणा (फोटो साभार: एएनआई)

नोएडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गौतमबुद्ध नगर के उसी बिसहड़ा गांव में एक रैली करने पहुंचे जहां साल 2015 में मोहम्मद अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.

जनसत्ता के अनुसार, आदित्यनाथ की रैली में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता संजय राणा का बेटा और अखलाक हत्या का मुख्य आरोपी विशाल राणा के साथ पुनीत की भी पहचान की गई. विशाल ने दावा किया कि अखलाक की हत्या के 19 आरोपियों में से 16 आरोपी रैली का हिस्सा थे.

बता दें कि विशाल पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या की कोशिश) का मामला दर्ज है. मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में लंबित हैं और अभी आरोप तय किया जाना बाकी है. मामले की अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी.

पुनीत का नाम एफआईआर में नहीं था. वारदात के तीन महीने बाद अखलाक की बेटी शाइस्ता के बयान के आधार पर पुनीत को गिरफ्तार किया गया था.

विशाल समेत सभी आरोपियों को साल 2017 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी.

विशाल ने कहा, ‘हां मैं अन्य लोगों के साथ भाजपा की रैली में था. हम सभी भाजपा का समर्थन करते हैं.’

रैली में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बिसहड़ा की घटना का जिक्र का भी किया. उन्होंने कहा कि पहले बिना रोक टोक के राज्य में अवैध बूचड़खाने चल रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘कौन नहीं जानता बिसहाड़ा में क्या हुआ? सबको पता है.’ उन्होंने कहा, ‘कितने शर्म की बात है कि समाजवादी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की और मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया.’

इस दौरान आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर जाति के आधार पर लोगों को बांटने और ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार समाज के सभी वर्गों के लिए काम करती है.

उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सिर्फ अपने परिवारों के विकास के लिए काम करती हैं.

आदित्यनाथ ने रैली में कहा, ‘मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, हमारी सरकार ने कहा था कि यह किसी व्यक्ति, परिवार, जाति या धर्म के लिए काम नहीं करेगी, बल्कि गांवों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के हर तबके लिए काम करेगी.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)