बताया जा रहा है कि विधायक अल्पेश ठाकोर पाटन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट के लिए पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को चुना.
अहमदाबाद: विधायक अल्पेश ठाकोर ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया. इससे पहले दिन में अल्पेश के संगठन गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना ने कांग्रेस से अपने संबंध तोड़ने का फैसला किया.
इस संगठन की स्थापना अल्पेश ठाकोर ने ही की थी. संगठन ने ही ठाकोर से कांग्रेस से इस्तीफा देने को कहा.
पत्रकारों से बातचीत में ठाकोर ने कहा, ‘मैं गुजरात कांग्रेस के नेताओं की वजह से इस्तीफ़ा दे रहा हूं. पार्टी का हाईकमान और प्रदेश संगठन हमारे (ठाकोर सेना) साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा था.’
पहले से अटकलें थीं कि ठाकोर कांग्रेस छोड़ सकते हैं क्योंकि वह पार्टी के स्थानीय नेतृत्व से नाराज हैं.
ठाकोर पाटन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट के लिए पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को चुना.
गुजरात में ओबीसी नेता के रूप में उभरने के बाद वह 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे और पाटन ज़िले की राधनपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे थे.
इससे पहले बीते मार्च महीने में दो कांग्रेस विधायकों जवाहर चावड़ा और परषोत्तम सबारिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. भाजपा में शामिल होने के बाद चावड़ा को विजय रूपाणी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया.
उस समय ठाकोर ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा देने की ख़बरों का खंडन किया था.
ठाकोर साल 2015 में हार्दिक पटेल के नेतृत्व वाले पाटीदार आंदोलन के समय चर्चा में आए थे. उस समय उन्होंने ओबीसी समुदाय के मुद्दों को उठाने वाले गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के अलावा ओबीसी एससी एसटी एकता मंत्र का गठन किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)