गोवंश चिकित्सा मोबाइल वैन सेवा के तहत बीमार गायों का इलाज करने के साथ उन्हें पशु चिकित्सालय पहुंचाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में गायों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है. लखनऊ में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गोवंश चिकित्सा मोबाइल वैन सेवा को हरी दिखाकर रवाना किया.
यह एंबुलेंस सेवा मनरेगा मजदूर कल्याण संगठन के सहयोग से चलाई जा रही हैं. इस एंबुलेंस में एक पशु चिकित्सक के साथ उसका सहायक मौजूद रहेगा.
फिलहाल यह सेवा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा और इलाहाबाद मंडल में शुरू की गई है. संगठन का लक्ष्य साल के अंत तक प्रदेश के सभी जिलों को एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध कराने की है.
एक गौ सेवा टोल फ्री नंबर 18001035307 भी जारी किया है जिसके जरिये आम लोग ऐसी गायों की मदद कर सकते हैं. अगर कहीं कोई गाय बीमार है या फिर किसी वजह से चोटिल यह घायल हो जाती है तो इसकी सूचना इस नंबर पर दी जा सकती है.
द हिंदू के अख़बार के मुताबिक, मनरेगा मजदूर कल्याण संगठन के अध्यक्ष संजय राय का कहना है कि उनका संगठन पांच राज्यों में काम कर रहा है.
राय द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार उनका संगठन ऐसे लोगों पर कार्रवाई की योजना बना रहा है जो दूध देना बंद करने वाली गायों को खुला छोड़ देते हैं. इसके अलावा संगठन ऐसे नगर पालिका अधिकारियों के खिलाफ है जिनके चलते गलियों में गायें प्लास्टिक और कूड़ा खाने को मजबूर होती हैं.
गौरतलब है कि गायों के लिए एंबुलेंस के ऐसे ही एक प्रोजेक्ट की शुरुआत कुछ दिन पहले भाजपा शासित मध्य प्रदेश के खरगौन जिले में की गई थी.
नंवबर, 2015 में झारखंड में भी एक उ़द्योगपति ने गायों के लिए एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की थी. इसके लिए 10 एंबुलेंस मुहैया कराई गई थी.