संकटग्रस्त जेट एयरवेज़ के कर्मचारियों ने बकाया वेतन के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर किया प्रदर्शन

जेट एयरवेज़ के पायलट संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड ने एयरलाइन को बीते मंगलवार को एक कानूनी नोटिस देकर कर्मचारियों के बकाया वेतन के भुगतान के लिए 14 अप्रैल की डेडलाइन दी है.

A Jet Airways Boeing 737 MAX 8 aircarft is seen parked inside a hanger during its induction ceremony at the Chhatrapati Shivaji International airport in Mumbai, India, June 28, 2018. Picture taken June 28, 2018. REUTERS/Abhirup Roy

जेट एयरवेज़ के पायलट संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड ने एयरलाइन को बीते मंगलवार को एक कानूनी नोटिस देकर कर्मचारियों के बकाया वेतन के भुगतान के लिए 14 अप्रैल की डेडलाइन दी है.

A Jet Airways Boeing 737 MAX 8 aircarft is seen parked inside a hanger during its induction ceremony at the Chhatrapati Shivaji International airport in Mumbai, India, June 28, 2018. Picture taken June 28, 2018. REUTERS/Abhirup Roy
(फोटो: रॉयटर्स)

मुंबई: संकटग्रस्त जेट एयरवेज के ग्राउंड स्टाफ ने अपने बकाया वेतन को लेकर शुक्रवार को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर प्रदर्शन किया.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जेट एयरवेज के पायलट संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने एयरलाइन को बीते मंगलवार को एक कानूनी नोटिस दिया था. उन्होंने कर्मचारियों के बकाया वेतन के भुगतान के लिए नए प्रबंधन को 14 अप्रैल की डेडलाइन दी है.

हालांकि, गुरुवार को एयरलाइन ने गुवाहाटी, कोलकाता, पुणे और पटना जैसी घरेलू उड़ानों को छोड़कर कई उड़ानें रद्द कर दी थीं. इसमें मुख्य तौर पर एम्सटर्डम, लंदन, पेरिस और सिंगापुर को जाने वाली विदेशी उड़ानें थीं.

इस दौरान कर्मचारी अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिसमें लिखा था, जेट एयरवेज को बचाइए, हमारे परिवार को बचाइए.

प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि एयरलाइन कर्मचारियों से सलाह-मशवरे के बिना फैसले ले रही है. उन्होंने अपने भविष्य को लेकर जवाब मांगे.

कर्मचारियों ने अपना प्रदर्शन अंधेरी से शुरू किया जहां पर जेट एयरवेज का दफ्तर स्थित है.

इससे पहले जेट एयरवेज ने एक बयान में कहा था, जेट एयरवेज 12-15 अप्रैल के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय संचालन रद्द कर दिया है.

बता दें कि शुक्रवार को नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने नागरिक विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला को जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा और यात्रियों की परेशानियों को कम करने के लिए समाधान ढूंढने का निर्देश दिया था.

इससे पहले 1 अप्रैल से प्रस्तावित अपनी हड़ताल को टालने के दो दिन बाद गिल्ड के अध्यक्ष करण चोपड़ा ने नागर विमानन के महानिदेशक बीएस भूल्लर और जेट एयरवेज़ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनय दूबे को दो अलग-अलग पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने अपने ईएमआई और अन्य वित्तीय प्रतिबद्धताएं पूरे करने में आ रही दिक्कतों को बताया था.

इस दौरान जेट एयरवेज़ के घरेलू पायलटों के संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने समय पर वेतन के साथ बकाया वेतन पर ब्याज देने की मांग की थी. संगठन ने कहा कि पायलटों के विमान उड़ाने के लिहाज़ से मौजूदा स्थिति आदर्श नहीं है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)