जोधपुर में एक संप्रदाय के लोगों द्वारा शनिवार को रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद सांप्रदायिक झड़प शुरू हो गई. कुछ वाहनों में आग लगा दी गई और भीड़ ने पुलिस और कुछ घरों पर पथराव भी किया.
जोधपुरः राजस्थान के जोधपुर के सुरसागर क्षेत्र में शनिवार को रामनवमी के जुलूस पर एक समूह द्वारा कथित तौर पर पथराव करने के बाद हुई झड़प को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ वाहनों में आग लगा दी गई और भीड़ ने घरों पर पथराव किया. इस दौरान भीड़ की पुलिस से झड़प हो गई, जिसमें सुरसागर पुलिस थाने के व्यापारियों का मोहल्ला के दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
सूरसागर के आसपास के क्षेत्र में तीन दिन पहले भी कुछ झड़प हुई थी, जब कुछ युवाओं ने एक मोटरसाइकिल नष्ट कर दी थी. कुछ का दावा है कि रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई झड़प उसी पुरानी झड़प का विस्तार है, जिसे पुलिस सही तरीके से संभाल नहीं पाई थी.
कुछ लोगों ने शनिवार को एक हिंदू परिवार के घर पर भी हमला किया. परिवार के सदस्यों का कहना है कि कंट्रोल रूम को बार-बार कॉल करने के बावजूद पुलिस समय पर नहीं पहुंच सकी.
पुलिस का कहना है कि रामनवमी जुलूस के दौरान हुई झड़प की वजह से उन्हें पीड़ित परिवार के घर पर पहुंचने में देर हो गई. भीड़ ने पुलिस के एक वाहन पर भी पथराव किया और उसमें आग लगा दी. पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का आह्वान किया है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने की मांग करते हुए बीती रात से धरने पर हैं. वह इस बार जोधपुर से चुनाव लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस उचित कदम नहीं उठा पाई, जिससे हिंदुओं के घरों पर हमला हुआ. उन्होंने हिंदू पीड़ितों को पुलिस थाने में हिरासत में रखने का भी आरोप लगाया.