मार्च में किशोरी ने स्कूल के हेडमास्टर के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत वापस लेने से मना करने पर किशोरी की हत्या कर दी गई.
ढाका: बांग्लादेश में यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली एक किशोरी को जलाकर मार डाला गया. 19 साल की नुसरत जहां रफ़ी ने अपने स्कूल के प्रमुख पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.
नुसरत की मौत के बाद 16.5 करोड़ की आबादी वाले इस दक्षिण एशियाई देश में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. घटना के 11वें दिन बीते रविवार को भी राजधानी ढाका की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने पीड़ित के हत्यारों को कठोर दंड दिए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 27 मार्च को स्कूल के हेडमास्टर ने उसे अपने दफ़्तर में बुलाया था. इस दौरान हेडमास्टर ने उसे गलत तरीके से छुआ था, तब वह उनके दफ़्तर से भाग निकली थी.
रिपोर्ट के अनुसार, 27 मार्च को ही नुसरत ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी, जिसके बाद हेडमास्टर को गिरफ़्तार कर लिया गया था. इसके बाद कुछ लोग हेडमास्टर को रिहा करने की मांग पर प्रदर्शन करने लगे. यह प्रदेश दो छात्रों की ओर से किया गया था, जिसमें कथित तौर पर कुछ स्थानीय नेता भी शामिल थे. ये लोग नुसरत पर ही आरोप लगाने लगे. नुसरत के परिवारवालों के अनुसार, इस घटना के बाद वह ख़ुद डर गए थे.
घटना के 11 दिन बाद छह अप्रैल को नुसरत अपने फाइनल एक्जाम देने के लिए स्कूल गई थी.
बीबीसी ने नुसरत के बयान के हवाले से लिखा है, उस दिन स्कूल में पढ़ने वाली एक लड़की यह कहकर नुसरत को स्कूल की छत पर ले गई थी कि उसकी एक दोस्त को कुछ लोग मार रहे हैं. जब नुसरत छत पर पहुंची तो वहां चार से पांच लोग बुर्का पहने हुए थे. उन्होंने नुसरत पर पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया था.
नुसरत के मना करने पर हमलावरों ने उस पर केरोसिन डाला और आग लगा दी. नुसरत 80 फीसदी जल गई और 10 अप्रैल को उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
घटना के सिलसिले में स्कूल (मदरसा) के प्रमुख सहित 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि घटना के विरोध में जारी राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश सरकार ने 27,000 से अधिक स्कूलों और कालेजों को यौन हिंसा रोकने के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाने का आदेश दिया है.
उच्च एवं उच्चतर शिक्षा निदेशालय के निदेशक शहीदुल खाबिर चौधरी ने बताया, ‘समिति का नेतृत्व शिक्षिकाएं करेंगी. वे शिकायतों का संज्ञान लेंगी और यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए कदम उठाएंगी.’ उन्होंने बताया कि समितियों का गठन देश के उच्च न्यायालय द्वारा 2009 में दिए गए आदेश के अनुसार किया जा रहा है.
नुसरत ने मार्च के आखिर में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. लीक हुए वीडियो में दिखाया गया है कि स्थानीय पुलिस थाना प्रमुख ने उसकी शिकायत दर्ज की लेकिन इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह बड़ी बात नहीं है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से पांच ने नुसरत के स्कार्फ से ही उसे बांध दिया और उस पर केरोसिन डाल कर आग लगा दी थी.
आरोपियों की योजना नुसरत की मौत को आत्महत्या बताने की थी. इनमें से तीन आरोपी नुसरत के साथ ही पढ़ते थे.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मौत से पहले नुसरत ने स्कूल के प्रमुख के खिलाफ अपने आरोपों को दोहराते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड किया था. उसने कहा था, ‘शिक्षक ने मुझे छुआ, मैं अपनी आखिरी सांस तक इस अपराध से लड़ूंगी,’ उसने अपने कुछ हमलावरों की पहचान भी की है.
नागरिक अधिकार समूहों का कहना है कि बांग्लादेश में बलात्कार और यौन उत्पीड़न के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि प्रशासन हमलावरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में सफल नहीं रहा है.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस घटना में शामिल रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)