पुलिस ने बताया कि रोहित शेखर की पत्नी ने अपराध स्वीकार लिया है. घटना की रात रोहित और उनकी पत्नी के बीच एक रिश्तेदार को लेकर झगड़ा हुआ था.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने रोहित शेखर तिवारी की पत्नी और वकील अपूर्वा को उनकी हत्या के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. बुधवार को नई दिल्ली की साकेत अदालत ने अपूर्वा दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. अपूर्वा से बीते 21 अप्रैल से पुलिस पूछताछ कर रही थी.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनका वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शेखर की बीते 15 और 16 अप्रैल की दरम्यानी रात को कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. रोहित दिवंगत वरिष्ठ नेता एनडी तिवारी के पुत्र थे.
Rohit Shekhar Tiwari death case: Apoorva Tiwari (wife of Rohit Shekhar Tiwari) sent to two-day police custody by Delhi's Saket Court. pic.twitter.com/wXRwbHGR1s
— ANI (@ANI) April 24, 2019
अतिरिक्त आयुक्त (अपराध) राजीव रंजन ने संवाददाताओं से कहा कि घटना की रात रोहित और उनकी पत्नी के बीच एक रिश्तेदार को लेकर झगड़ा हुआ था. काफी नशे में होने के कारण रोहित विरोध करने की स्थिति में नहीं थे. झगड़े के दौरान पत्नी ने रोहित का गला घोंट दिया.
अधिकारी के अनुसार दोनों का वैवाहिक जीवन सुखद नहीं था और अक्सर उनकी लड़ाई होती थी.
रंजन ने कहा कि अपूर्वा ने अपराध स्वीकार कर लिया है. अब तक के तथ्य और परिस्थितियों से ऐसा लगता है कि हत्या की कोई योजना नहीं थी. वहां पृष्ठभूमि पहले से ही थी और उनकी शादी ठीक नहीं चल रही थी. अपूर्वा शुक्ला तिवारी और रोहित का वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण चल रहा था. रोहित शेखर और उनका परिवार अलग होने के बारे में सोच रहे थे.
राजीव रंजन ने बताया, ‘जांच से यह साबित हो गया है कि यह बिना शक अपूर्वा का ही काम है. उसने यह स्वीकार भी कर लिया है. अब तक इस अपराध में किसी और के शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला है.’
अपूर्वा उच्चतम न्यायालय में वकालत करती हैं. अपूर्वा से इस मामले में गत रविवार से पूछताछ की जा रही थी.
अधिकारी के अनुसार वह लगातार अपने बयान बदल रही थीं जिससे पुलिस को उन पर संदेह हुआ.
रोहित की मां उज्ज्वला ने रविवार को अपनी बहू अपूर्वा और उसके परिवार पर लालची होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वे पारिवारिक संपत्ति हड़पना चाहते थे. उन्होंने पहले कहा था कि दंपति के बीच शादी के पहले दिन से ही झगड़े हो रहे थे.
मालूम हो कि लंबी क़ानूनी लड़ाई के बाद वरिष्ठ नेता एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना बेटा माना था. रोहित शेखर ने 2008 में एनडी तिवारी के ख़िलाफ़ ‘पितृत्व मामला’ दाख़िल करते हुए उनका जैविक पुत्र होने का दावा किया था.
ख़ून के नमूनों की डीएनए जांच में रोहित शेखर का दावा सही पाया गया और दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2012 में तिवारी को उसका जैविक पिता और उज्ज्वला को उसकी जैविक मां घोषित कर दिया.
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा इस मामले का निपटारा किए जाने के दो साल बाद तिवारी ने रोहित शेखर को अपने पुत्र के रूप में स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद 14 मई, 2014 को तिवारी ने 88 साल की उम्र में लखनऊ में रोहित की मां उज्ज्वला से विवाह किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)