पुलिस ने तीन लोगों के ख़िलाफ़ हत्या के आरोप का मामला दर्ज किया.
बेंगलूरु: कर्नाटक के बेंगलूरु में शनिवार को दो लोगों को एक गहरे कुएं में दम घुटने से मौत हो गई.
द हिंदू के अनुसार, 40 वर्षीय गफूर पाशा और 38 वर्षीय आफताब पाशा की मृत्यु तब हुई जब वे केजी हल्ली में स्थित बिस्मिल्ला चाय स्टॉल के पीछे कुएं में उतर गए.
इस मामले में पुलिस ने मैनुअल स्केवेंजर्स और उनके पुनर्वास अधिनियम, 2013 के रूप में रोजगार का निषेध के तहत तीन लोगों पर दोषपूर्ण हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया है.
गफूर की पत्नी हसीना बानू की शिकायत के अनुसार, ‘स्टाल के मालिक नावीद ने वहां काम करने वाले उनके पति से उस कुएं की सफाई करने के लिए कहा जहां पिछले ’एक सप्ताह से अधिक समय से सीवेज इकट्ठा था.’
बानू ने अपनी शिकायत में कहा है कि शनिवार को गफूर के मना करने के बावजूद नवीद ने गफूर और उनके दोस्त आफताब पाशा को सफाई के लिए कुएं में उतरने को कहा. वे दोनों रस्सियों के सहारे संकरे कुएं में उतरे थे.
उन्होंने कहा, ‘उन्हें बिना किसी सुरक्षा उपकरण के ऐसे कुएं में भेजा गया जहां जहरीली गैस भरी हुई थी. नीचे उतरते दम घुटने से तुरंत ही उनकी मौत हो गई.’
इसके बाद स्टाल के मालिक और पड़ोसियों ने अग्नि शमन और आपातकालीन विभाग को इसकी सूचना और मौके पर पहुंचकर उन्होंने शव को कब्जे में ले लिया.
केजी हल्ली पुलिस ने स्टाल मालिक नावीद, नावीद के सहयोगी आसिफ और बिल्डिंग के मालिक जलील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
इस बीच, आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि कुएं में सीवेज का पानी नहीं है बल्कि उसमें केवल बरसात का पानी भरा है जो कि पिछले कुछ महीनों में इकट्ठा हुआ है. केजी हल्ली पुलिस ने पानी को जांच के लिए भेज दिया है.
कर्नाटक स्टेट सफाई कर्मचारी आयोग के सचिव नटराज ने कहा, ‘कुएं के पानी के केवल ठहरे हुए पानी होने पर संदेह है. ऐसा सड़ते हुए जैविक कचरे का कारण हो सकता है, लेकिन जहरीले धुएं आमतौर पर मल के साथ जुड़े होते हैं.’