विपक्षी पार्टियों के नेताओं के एक समूह ने इस मामले में मुख्य चुनाव आयोग सुनील अरोड़ा से मुलाकात की और मांग की है कि बैलेट पेपर से या तो भाजपा का नाम हटाया जाए, या फिर अन्य पार्टियों का नाम भी लिखा जाए.
नई दिल्ली: विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि बैलेट पेपर पर भाजपा के चुनाव निशान कमल के नीचे बीजेपी लिखा हुआ दिख रहा है. विपक्षी पार्टियों ने शनिवार को चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की और इसे हटाने का निर्देश देने की मांग की.
एनडीटीवी के अनुसार, विपक्षी पार्टियों के नेताओं के एक समूह ने इस मामले में मुख्य चुनाव आयोग सुनील अरोड़ा से मुलाकात की और मांग की है कि बैलेट पेपर से या तो भाजपा का नाम हटाया जाए, या फिर अन्य पार्टियों का नाम भी लिखा जाए.
हालांकि, चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विपक्षी पार्टियों का दावा गलत है.
उन्होंने कहा, ‘2013 में भाजपा ने चुनाव आयोग से कहा था कि उनके चुनाव निशान की रूपरेखा बहुत ही हल्की है, इसे और ज्यादा गहरा होना चाहिए. उनकी अपील के आधार पर कमल के फूल की रूपरेखा को बोल्ड कर दिया गया.’
उन्होंने कहा, ‘कमल के फूल के नीचे का पानी भी इसमें शामिल था. पानी की ये लाइनें ‘एफ और पी’ की तरह दिखती हैं, लेकिन यह भाजपा नहीं है.’ साथ ही उन्होंने बताया कि इस निशान का इस्तेमाल साल 2014 से किया जा रहा है.’
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘ईवीएम पर पार्टी के निशान के नीचे बीजेपी शब्द दिख रहा है. कोई भी पार्टी चुनाव निशान और पार्टी का नाम एक साथ इस्तेमाल नहीं कर सकती.’
तृणमूल ने आरोप लगाया था कि बैलेट पेपर पर बीजेपी के निशान ‘कमल’ के तने के नीचे दिखाई देने वाली रेखाएं टूटी हुई हैं, जो कि बैलेट पेपर पर ‘बीजेपी’ के रूप में दिख रही हैं, जिन्हें आसानी से पढ़ा जा सकता है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक बैलेट पेपर नहीं बदले जाएंगे.