आरोप है कि मारे गए लोगों को कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया था. गैस का प्रभाव इतना ज़्यादा था कि मृतकों को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों की भी तबियत बिगड़ गई. उत्तर प्रदेश में हुई एक अन्य घटना में कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई.
मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक औद्योगिक इकाई में केमिकल के रिसाव होने के चलते रविवार को तीन श्रमिकों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी है. बताया जा रहा है गैस का प्रभाव इतना ज़्यादा था कि मृतकों को अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों की भी तबियत बिगड़ गई. गैस के प्रभाव से लोगों को बचाने ले लिए आसपास की फैक्ट्रियों को भी खाली करना पड़ा.
अधिकारियों ने बताया कि जिले के तारापुर स्थित बोईसर एमआईडीसी में केमिकल कंपनी की एक इकाई में रविवार सुबह करीब चार बजे यह हादसा हुआ जब गैस भरने का कार्य चल रहा था.
उन्होंने बताया कि दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और अग्निशमन कर्मचारियों ने बचाव अभियान चलाया. इकाई को खाली कराया गया.
बोईसर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक जनार्दन प्रभाकर ने बताया, ‘आरंभिक रूप से लगता है कि केमिकल के दुष्प्रभाव के कारण श्रमिकों की मौत हुई.’
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान प्रभाकर खडसे (59), दत्तात्रेय घुले (25) और रघुनाथ गोराई (25) के रूप में की गई है. उन्होंने बताया कि मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तय हो पाएगा.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, मरने वाले तीन लोगों में एक सुपरवाइज़र भी शामिल है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि श्रमिकों को मास्क सहित कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं मुहैया कराया गया था.
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के कारण मृत्यु होने का मामला दर्ज हो गया है. पुलिस ने बताया इंडस्ट्रियल सेफ्टी और हेल्थ विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की है. मृतकों के परिवारों और फैक्टरी मालिक का बयान लेने के बाद और अधिकारियों की रिपोर्ट देखने के बाद लापरवाही का मामला दर्ज किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस से चार की मौत
गाजीपुर: उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के बुढ़नपुर गांव में एक कुएं की सफाई करते समय चार लोगों की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गयी.
नंदगंज पुलिस थाना के सूत्रों ने बताया कि बुढ़नपुर गांव के इस कुएं की सफाई करने के लिए गांव के ही रहने वाले इंद्रजीत (26), पंकज कुमार (20), रामवृक्ष राम (32) और रामअवतार राम (18) बारी-बारी से उसके अंदर उतरे, लेकिन बाहर निकलकर नहीं आ पाए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)