अलवर सामूहिक बलात्कारः पुलिस ने छह लोगों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल की

राजस्थान के अलवर में 26 अप्रैल को अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही दलित महिला के साथ कथित तौर पर पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इस घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया गया था.

राजस्थान के अलवर में 26 अप्रैल को अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही दलित महिला के साथ कथित तौर पर पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इस घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया गया था.

Alwar

जयपुरः राजस्थान के अलवर ज़िले में पति को बंधक बनाकर दलित महिला से सामूहिक बलात्कार के मामले में शनिवार को पुलिस ने सभी छह आरोपियों के ख़िलाफ़ अदालत में आरोप-पत्र (चार्जशीट) दाखिल की.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के अतिरिक्त अधीक्षक चिरंजीलाल ने कहा, ‘आरोपियों के ख़िलाफ़ शनिवार को चार्जशीट दायर कर दी गई.’

मालूम हो कि अलवर के थानागाजी क्षेत्र में 26 अप्रैल को पति के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही दलित महिला का उसके पति के सामने के ही कथित तौर पर पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था. इस घटना का आरोपियों ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया था. पुलिस पर लोकसभा चुनाव की वजह से मामले को दबाने का भी आरोप लगा था.

इस मामले में जोधपुर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राजस्थान सरकार को नोटिस जारी करते हुए अलवर सामूहिक बलात्कार मामले में जवाब मांगा था.

आरोपियों में इंद्राज गुर्जर, अशोक गुर्जर, छोटेलाल गुर्जर, हंसराज गुर्जर और महेश गुर्जर को भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दो मई को एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तार किया गया था. वीडियो को सोशल मीडिया पर सर्कुलेट करने के लिए मुकेश गुर्जर पर आईटी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया था.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस द्वारा अदालत में पेश की गई 500 पेज की चार्जशीट में 30 मूल दस्तावेज हैं. इसके अलावा गवाहों के बयान भी हैं. इसके साथ ही आईटी एक्ट के तहत वीडियो वायरल करने की धारा में भी चार्जशीट पेश की गई है. वहीं, पूरे मामले में करीब 35 गवाहों के बयान लिए गए हैं, जिसके साथ गवाह, तकनीकी साक्ष्य, सीडीआर, एफएसएल की रिपोर्ट के साथ वॉयस टेस्ट भी शामिल किए गए हैं. आरोपियों द्वारा पीड़ित को बार-बार फोन किया जा रहा था, जिसके लिए वॉयस सैंपल भी लिए गए, जिसकी एफएसएल रिपोर्ट आएगी.

गौरतलब है कि कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने गुरुवार को पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी. इस दौरान उनके साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी थे.

पीड़िता के परिवार से मिलने के बाद कांग्रेस प्रमुख ने संवाददाताओं को बताया कि वह यहां राजनीति करने के लिए नहीं हैं. राहुल गांधी ने कहा कि वह पीड़िता से मिले और उन्हें न्याय दिलाने का वादा किया.

उन्होंने कहा, ‘जैसे ही मैंने अलवर सामूहिक बलात्कार की घटना के बारे में सुना तो मैंने अशोक गहलोत जी से बात की. यह मेरे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है. मैं पीड़िता के परिवार से मिला, उन्होंने न्याय मांगा है, जो होगा. अपराधियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी.’