मोदी ने केदारनाथ की जिस गुफा में ध्यान लगाया, वो सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है

यहां पर बिजली, पीने के पानी की सुविधा और एक वॉशरूम भी है. गुफा का बाहरी हिस्सा पत्थरों से बना है और इसमें लकड़ी का दरवाजा है. गुफा में रहने वाले पर्यटक को दिन में दो बार नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का खाना और चाय भी दिया जाता है.

यहां पर बिजली, पीने के पानी की सुविधा और एक वॉशरूम भी है. गुफा का बाहरी हिस्सा पत्थरों से बना है और इसमें लकड़ी का दरवाजा है. गुफा में रहने वाले पर्यटक को दिन में दो बार नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का खाना और चाय भी दिया जाता है.

Modi Kedarnath PTI
केदारनाथ मंदिर से बाहर निकलते नरेंद्र मोदी. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के केदारनाथ में जिस गुफा में ध्यान लगाया, वो सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है और प्रतिदिन सिर्फ 990 रुपये में बुक किया जा सकता है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल केदारनाथ में निर्मित इस ध्यान लगाने वाली गुफा को लोकप्रिय बनाने की रणनीति के तहत, गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने कीमतों में कमी की और कुछ प्रावधानों को हटा दिया था.

जीएमवीएन के अधिकारियों का कहना है कि मोदी द्वारा सुझाव दिए जाने के बाद रुद्र ध्यान गुफा का निर्माण किया गया और ये केदारनाथ मंदिर के लगभग एक किमी ऊपर स्थित है. इस गुफा को पत्थरों को काटकर बनाया गया है. मोदी जब ध्यान लगा रहे थे, तो उस समय गुफा के बाहर एसपीजी सुरक्षा दी गई थी.

शुरु में इस गुफा में ध्यान लगाने वालों से प्रतिदिन 3,000 रुपये वसूला जाता था. हालांकि जब यहां आने वालों की संख्या नहीं बढ़ी तो ये राशि घटा कर 990 रुपये प्रतिदिन कर दी गई.

जीएमवीएन के जनरल मैनेजर बीएल राणा ने कहा, ‘पिछले साल जब इस गुफा को बुकिंग के लिए खोला गया था, तो ज्यादा लोग यहां नहीं आए. यहां मौसम काफी सर्द रहता है. हमने ये भी महसूस किया कि इसकी बुकिंग चार्ज काफी महंगा है.’

इसके अलावा, पहले पर्यटक को इसे तीन दिनों की न्यूनतम अवधि के लिए बुक करना भी अनिवार्य था. निगम ने इस साल से तीन दिवसीय बुकिंग क्लॉज को हटा दिया है.

यहां पर बिजली, पीने के पानी की सुविधा और एक वॉशरूम भी है. गुफा का बाहरी हिस्सा पत्थरों से बना है और इसमें लकड़ी का दरवाजा है. गुफा में रहने वाले पर्यटक को दिन में दो बार नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का खाना और चाय भी दिया जाता है.

गुफा में कॉल बेल लगी हुई है, जिसे 24 घंटे में किसी भी समय पर दबाने पर तुरंत एक व्यक्ति मदद के लिए आता है.

चूंकि गुफा एक दूरस्थ स्थान पर स्थित है और ध्यान को प्रोत्साहित करने के लिए है, एक समय में केवल एक व्यक्ति को ध्यान गुफा में जाने की अनुमति है. भले ही गुफा पूरी तरह से अलग-थलग हो, लेकिन गुफा में एक फोन लगाया गया है, जो आपात स्थिति में विजिटर द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है.