उत्तर पश्चिम दिल्ली के केशवपुरम इलाके में हुआ हादसा. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
नई दिल्ली: उत्तर पश्चिम दिल्ली के केशवपुरम इलाके में जहरीली गैस की चपेट में आने से आटा मिल के दो कर्मचारियों की मौत हो गई. पुलिस ने बुधवार को बताया कि मृतकों की शिनाख्त मोबिन खान और बिलाल खान के रूप में की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि दमकल विभाग को मंगलवार रात करीब 9:30 बजे गैस लीक होने की जानकारी मिली, जिसके बाद दो दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोबिन और बिलाल आटा मिल में एक टैंक साफ करने के लिए उसमें घुसे थे. प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि जहरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि दोनों को भगवान महावीर अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. दमकल विभाग के अनुसार बचाव अभियान मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे रोका गया. मोबिन और बिलाल लॉरेंस रोड पर स्थित एक आटा चक्की में कार्य करते थे.
Delhi: Two labourers of a flour mill in Lawrence Road died after getting stuck inside a tank of the mill. Fire official says,"Victims got inside the tank to clean it. Since the tank was closed for a while now they might have inhaled the poisonous gas that formed inside the tank." pic.twitter.com/Gat8Ytsvwp
— ANI (@ANI) May 22, 2019
केशवपुरम पुलिस स्टेशन के आईओ एसआई सुनील ने द वायर से बातचीत में बताया, ‘घटनास्थल पर पहुंचने पर ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों कर्मचारियों ने ने कोई सुरक्षा उपकरण नहीं पहने थे. उन्हें जबरन उतारा गया था या वे स्वेच्छा से टैंक में गए थे, ये जांच का विषय है. इस पर अभी कुछ कहना मुमकिन नहीं है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहना उचित होगा.’
उन्होंने आगे बताया, ‘फिलहाल आईपीसी की धारा 170/19 , 287 (मशीनरी के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण) 304 ए (लापरवाही की वजह से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है.’
गौरतलब है कि सीवर सफाई के दौरान हादसों में मजदूरों की दर्दनाक मौतों की खबरें लगातार आती रहती हैं.
इससे पहले बीते 7 मई को उत्तर पश्चिम दिल्ली में एक मकान के सेप्टिक टैंक में उतरने के बाद दो मजदूरों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए थे. इस मामले में भी जांच में यह बात सामने आयी थी कि मज़दूर टैंक में बिना मास्क, ग्लव्स और सुरक्षा उपकरणों के उतरे थे.
इससे पहले 2 मई को नोएडा सेक्टर 107 में स्थित सलारपुर में देर रात सीवर की खुदाई करते समय पास में बह रहे नाले का पानी भरने से दो मजदूरों की डूबने से मौत हो गई थी. दोनों के शव पानी के साथ निकली मिट्टी से दब गए थे.
बीते 15 अप्रैल को दिल्ली से सटे गुड़गांव के नरसिंहपुर में एक ऑटोमोबाइल कंपनी में सेप्टिक टैंक साफ करने के दौरान दो सफाईकर्मियों की मौत हो गई थी. इससे पहले जनवरी महीने में उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर में सीवर लाइन साफ करने गए एक सफाईकर्मी की दम घुटने से मौत हो गई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)