कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने शो में कांग्रेस प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं करें.
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक टेलीविजन चैनलों पर नहीं भेजने का फैसला किया है.
पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक टीवी चैनलों के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए नहीं भेजेगी.’
.@INCIndia has decided to not send spokespersons on television debates for a month.
All media channels/editors are requested to not place Congress representatives on their shows.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 30, 2019
उन्होंने कहा, ‘सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने शो में कांग्रेस प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं करें.’
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस शुरुआती एक महीने में मोदी सरकार पर किसी भी तरह की टीका-टिप्पणी और आलोचना से बचना चाहती है इसलिए यह फैसला किया गया है.
पार्टी ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब राहुल गांधी को लेकर संशय बना हुआ है कि क्या वह कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे या नहीं. ऐसी खबरें हैं कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं.
कांग्रेस ने बुधवार को विपक्षी दलों के साथ बैठक की और लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा के लिए 31 मई को विपक्ष की बैठक आयोजित करने का फैसला किया. कुछ शीर्ष विपक्षी नेताओं ने राहुल गांधी से इस्तीफा देने के अपने फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक शनिवार को होगी, जिसमें संभावित रूप से पार्टी लोकसभा में अपना नेता चुन सकती है. इस्तीफा देने के अपने फैसले पर अड़े राहुल के बारे में कहा जा रहा है कि वह लोकसभा में अपनी पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं. हालांकि, सदन में विपक्ष के नेता का दर्जा कांग्रेस को नहीं मिलेगा क्योंकि कांग्रेस के पास इसके लिए निर्धारित 55 सांसद या सदन की कुल क्षमता का दस फीसदी नहीं है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)