उत्तराखंड सरकार में वित्त मंत्री प्रकाश पंत कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. अमेरिका में उनका इलाज चल रहा था और वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली.
नई दिल्लीः उत्तराखंड की भाजपा सरकार में वित्त मंत्री प्रकाश पंत का बुधवार शाम निधन हो गया है. वह 58 वर्ष के थे.
वह कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और अमेरिका में उनका इलाज चल रहा था और वहीं अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली.
प्रकाश पंत को राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेताओं में से एक माना जाता था. उन्होंने कुछ दिनों पहले ही राज्य में भाजपा सरकार का बजट भी पेश किया था.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पंत के निधन पर गहरा दुख जताया है.
सरकार ने सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द करते हुए राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है. गुरुवार को राज्य के सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.
प्रकाश पंत मूल रूप से चोढियार (गंगोलीहाट) पिथौरागढ़ के रहने वाले थे, लेकिन बाद में वे खड़कोट (पिथौरागढ़) में बस गए थे.
वह फरवरी में बजट सत्र के दौरान अचानक भाषण देते बेहोश होकर भी गिर गए थे.
स्वास्थ्य में सुधार न होने पर मार्च के अंतिम सप्ताह दून स्थित मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. इसी दौरान पंत को कैंसर होने की पुष्टि हुई, लेकिन किसी को इसका भान नहीं था कि कैंसर उनके शरीर में इतना फैल चुका है. इसके बाद उन्हें दिल्ली स्थित राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया था. वहां भी स्वास्थ्य में सुधार न होने पर बीती 29 मई को परिजन उन्हें इलाज के लिए अमेरिका ले गए थे.
प्रकाश पंत उत्तराखंड सरकार में श्रेष्ठता के लिहाज से दूसरे नंबर पर थे.
पंत के पास संसदीय कार्य, विधायी, भाषा, वित्त, पेयजल एवं स्वच्छता, आबकारी, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग से अहम विभाग थे. फिलहाल ये विभाग मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत खुद देख रहे हैं.
प्रकाश पंत राष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाजी में रजत पदक (जीबी मावलंकर शूटिंग प्रतियोगिता कोयम्बटूर 2004) भी जीत चुके थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)