अलीगढ़: ढाई साल की हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी की पत्नी और भाई को किया गिरफ़्तार

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले के टप्पल कस्बे में ढाई साल की मासूम का अपहरण करके हत्या कर दी गई थी. पुलिस हत्या के आरोप में दो लोगों को पहले ही गिरफ़्तार कर चुकी है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: India Rail Info)

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले के टप्पल कस्बे में ढाई साल की मासूम का अपहरण करके हत्या कर दी गई थी. पुलिस हत्या के आरोप में दो लोगों को पहले ही गिरफ़्तार कर चुकी है.

(फोटो साभार: India Rail Info)
(फोटो साभार: India Rail Info)

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के टप्पल कस्बे में ढाई साल की बच्ची की नृशंस हत्या के सिलसिले में दो और लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी जाहिद की पत्नी और भाई को विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने सुबह गिरफ्तार किया.

इससे पहले जाहिद (27) और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिनमें से एक पर इससे पहले अपनी ही सात साल की बेटी से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और वह जमानत पर था.

अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ मजबूत मामला बना रही है, ताकि यह सभी कानूनी प्रक्रियाओं पर खरा उतरे और फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिये तेजी से न्याय सुनिश्चित हो सके. सभी संदिग्धों के फोन रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं.

कुलहरि शुक्रवार देर रात तक घटनास्थल पर मौजूद थे.

उन्होंने कहा कि अगर कोई अफवाह फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता है या शांति भंग करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

कुलहरि ने पुष्टि की कि जो दो लोग पकड़े गए हैं, उनमें से एक की उम्र लगभग 43 साल है और उसका आपराधिक इतिहास भी है. उसके खिलाफ गुंडा एक्ट लग चुका है और नाबालिगों के साथ यौन अपराध के लिए दो बार कार्रवाई हुई है.

उन्होंने बताया कि उक्त आरोपी के खिलाफ पॉक्सो के दो अलग-अलग मामले तथा बलात्कार का एक मामला लंबित है. दिल्ली में अपहरण के एक मामले में वह जेल गया था.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीन डाक्टरों के पैनल ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया. उन्हें बलात्कार का कोई साक्ष्य नहीं मिला. हालांकि, फॉरेंसिक विशेषज्ञ नमूनों की जांच कर रहे हैं.

इस बीच, नृशंस हत्या के खिलाफ विरोध प्रकट करने के लिए कई जगहों पर कैंडल लाइट जुलूस निकाले गए.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शिक्षकों और छात्रों ने इस जघन्य हत्या की कड़ी निंदा की है. उन्होंने अपराध को अंजाम देने वालों को जल्द और कड़े से कड़ा दंड देने की मांग की.

एएमयू शिक्षक संघ की विशेष बैठक में मांग की गई कि फास्ट ट्रैक कोर्ट का तत्काल गठन किया जाए.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने परिसर में कैंडल लाइट मार्च निकाला. छात्रों ने कानून में बदलाव की मांग की, ताकि ऐसे अपराधियों को उसी तरह का कड़ा दंड मिल सके, जैसा सऊदी अरब में मिलता है.

बच्ची टप्पल कस्बे से 30 मई को गायब हो गई थी, अगले दिन 31 मई को उसके गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस को उसका क्षत-विक्षत शव दो जून को उसके घर के निकट ही कूडे़ के पास मिला था.

पुलिस के अनुसार, जाहिद ने बच्ची के दादा से 50 हजार रुपये उधार लिए थे. घटना से तीन दिन पहले दोनों में कहासुनी हो गई थी और बच्ची के दादा ने जाहिद से बाकी बचे लगभग 10 हजार रुपये वापस मांगे थे.

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने शुक्रवार को कहा था कि मामला त्वरित गति से चलाया जाएगा. प्राथमिकी में पॉक्सो भी शामिल किया जाएगा. फिलहाल बलात्कार की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं.

इस मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी पंकज श्रीवास्तव द्वारा की गई जांच के आधार पर ढाई साल की मासूम बच्ची की नृशंस हत्या के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में टप्पल थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.