आरोप है कि आसिफ़ अली ज़रदारी और और उनकी बहन फ़रयाल ने कथित फ़र्ज़ी बैंक खातों के ज़रिये 15 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है. फ़रयाल को अब तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक संस्था नेशनल एकाउंटिबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) ने फर्जी बैंक खाता केस में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी को सोमवार को राजधानी इस्लामाबाद स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय की ओर से ज़रदारी और उनकी बहन फ़रयाल तालपुर की अग्रिम जमानत अवधि बढ़ाने की मांग करने वाली अर्जी खारिज कर दिए जाने के कुछ ही समय बाद राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की एक टीम, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष ज़रदारी के एफ-8 सेक्टर स्थित घर में दाखिल हुई.
हालांकि, फ़रयाल को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
फर्जी बैंक खाता केस की जांच कर रहे एनएबी ने रविवार को दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था.
यह मामला धन रखने और धन को पाकिस्तान से बाहर भेजने के लिए कथित फर्जी बैंक खातों के इस्तेमाल से जुड़ा है.
एनएबी के अधिकारियों के मुताबिक, दोनों ने कथित फर्जी बैंक खातों के जरिये 15 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है.
फर्जी बैंक खातों के केस में धनशोधन के पहलू को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद एनएबी की ओर से की जा रही जांचों के हिस्से के तौर पर ज़रदारी के खिलाफ इस मामले में कार्यवाही की जा रही है.
मालूम हो कि साल 2008 में पाकिस्तान का राष्ट्रपति बनने से पहले आसिफ़ अली ज़रदारी भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप में 11 साल की जेल की सजा काट चुके थे. ज़रदारी पाकिस्तान की दिवंगत प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के पति हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)