उत्तर प्रदेश: संस्कृत में भी जारी होंगी सरकारी विज्ञप्तियां और मुख्यमंत्री के भाषण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि उनके भाषण और मीडिया को दिए जाने वाले संदेश हिंदी, अंग्रेज़ी के अलावा संस्कृत में भी तैयार किए जाएं और इसके लिए भाषा विशेषज्ञ रखे जाएं.

योगी आदित्यनाथ. (फोटो: पीटीआई)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि उनके भाषण और मीडिया को दिए जाने वाले संदेश हिंदी, अंग्रेज़ी के अलावा संस्कृत में भी तैयार किए जाएं और इसके लिए भाषा विशेषज्ञ रखे जाएं.

Yogi Adityanath PTI
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो : पीटीआई)

लखनऊ: संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अनूठी पहल की है. फैसला किया गया है कि प्रदेश सरकार का सूचना विभाग हिंदी, अंग्रेजी के अलावा अब संस्कृत भाषा में भी मुख्यमंत्री के भाषण और आवश्यक संदेश मीडिया के लिए जारी करेगा.

मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री कार्यालय तथा सूचना विभाग ने संस्कृत भाषा की प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए कवायद शुरू कर दी. पिछले दिनों नीति आयोग में दिया गया मुख्यमंत्री का भाषण संस्कृत में अनुवाद कर सोमवार को एक नमूना जारी करते हुए उसे मीडिया को भेजा गया.

सूचना विभाग के निदेशक शिशिर ने ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि भाषण और आवश्यक संदेश हिंदी, अंग्रेजी के अलावा संस्कृत में भी तैयार किये जाएं, इसके लिए संस्कृत भाषा के विशेषज्ञ रखे जाएं.

बता दें कि इससे पहले भी आदित्यनाथ संस्कृत के महत्व पर कई बार बोल चुके हैं. अगस्त 2018 में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि भारत को अच्छी तरह तथा ठीक से समझने के लिए संस्कृत की शरण में जाना होगा.

वाराणसी में हुए एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि विज्ञान की सीमा जहां खत्म होती है, संस्कृत की सीमाएं वहां से शुरू होती है. इस साल की शुरुआत में हुए एक कार्यक्रम में भी उन्होंने कहा था कि संस्कृत मां है, इसकी तुलना बहु या बेटे से नहीं हो सकती, इसलिए इसे विश्वभाषा की माता का गौरव दिलाइए.

सरकार के हालिया निर्णय के बाद उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अधिकारियों से बात कर मुख्यमंत्री के प्रमुख भाषणों और आवश्यक संदेशों का संस्कृत में अनुवाद करने का काम शुरू हो गया है.

संस्कृत संस्थान में अनुवाद करने वाले संस्कृत के जानकारों को सरकार की ओर से उचित मानदेय दिए जाने की व्यवस्था की गई है.

हालांकि अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि संस्कृत में भाषण और संदेश जारी करने का अर्थ यह नहीं है कि हिंदी और अंग्रेजी में विज्ञप्ति जारी नहीं की जाएगी. नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री के भाषण का प्रेस नोट संस्कृत में भी जारी किया गया.

सूचना विभाग के निदेशक ने कहा कि अब मीडिया को हिंदी अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा में भी मुख्यमंत्री के भाषण और संदेशों की प्रेस विज्ञप्तियां नियमित मिलेंगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)