बसपा सांसद ने उत्तर प्रदेश की घोसी संसदीय सीट पर भाजपा के हरि नारायण को 1.22 लाख वोटों से हराते हुए जीत दर्ज की थी. हालांकि, अभी तक उन्होंने लोकसभा में शपथ ग्रहण नहीं की है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के घोसी से नवनिर्वाचित बसपा सांसद अतुल कुमार सिंह उर्फ अतुल राय ने शनिवार को वाराणसी की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. वे बलात्कार के एक मामले में आरोपी हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
बलात्कार सहित कई अन्य मामलों में आरोपी राय को अदालत ने पिछले महीने घोषित अपराधी करार दिया था. इसके बाद से ही वे फरार चल रहे थे.
#UPDATE Atul Rai, winning BSP-SP Lok Sabha candidate from Uttar Pradesh's Ghoshi constituency sent to 14-day judicial custody by a Varanasi court. pic.twitter.com/BQoEuo1TWq
— ANI (@ANI) June 22, 2019
एक महिला द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद 1 मई को वाराणसी के लंका पुलिस स्टेशन में राय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
अप्रैल में कॉलेज की एक छात्रा ने राय पर बलात्कार का आरोप लगाया था. कथित तौर पर राय महिला को अपनी पत्नी से मिलाने के बहाने अपने घर लेकर गए थे.
आरोपों से इनकार करते हुए राय ने सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी से संरक्षण की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने इनकार कर दिया था.
लंका पुलिस स्टेशन के एसएचओ भारत भूषण ने कहा कि राय ने गुरुवार को आत्मसमर्पण का आवेदन दिया था.
बता दें कि, बसपा सांसद ने घोसी संसदीय सीट पर भाजपा के हरि नारायण को 1.22 लाख वोटों से हराते हुए जीत दर्ज की थी. हालांकि, अभी तक उन्होंने लोकसभा में शपथ ग्रहण नहीं की है.
नवभारत टाइम्स के अनुसार, राय ने मतदाताओं से वादा किया था कि वह जल्द ही उनके बीच आएंगे. उन्होंने कहा था, ‘जनता की अदालत किसी अन्य अदालत से बड़ी होती है और जनता की अदालत ने मुझे निर्दोष करार दिया है. मैं जल्द ही कानूनी कार्यवाही से मुक्त हो जाऊंगा.’
वहीं, अतुल राय के आत्मसमर्पण नहीं करने पर पुलिस ने उनकी संपत्तियों को अटैच करना शुरू कर दिया था.
अमर उजाला के अनुसार, गाजीपुर जिले के भांवरकोल थाना के वीरपुर के मूल निवासी अतुल राय मंडुवाडीह थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं और पंजाब की जेल में बंद मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के करीबियों में एक हैं.
अतुल के खिलाफ वाराणसी और गाजीपुर सहित आसपास के अन्य जिलों में गंभीर आपराधिक आरोपों में 15 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.