मंगलवार देर रात पटना के आगमकुंआ में एक अनियंत्रित कार ने फुटपाथ पर सो रहे चार बच्चों को कुचल दिया, इसमें तीन बच्चों की मौत हो गई. इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने गाड़ी में सवार दो लोगों की पिटाई की, जिसमें गाड़ी चलाने वाले युवक की मौत हो गई.
पटना: राजधानी पटना के ओल्ड बाईपास के कुम्हरार इलाके में फुटपाथ पर सो रहे तीन बच्चों को अनियंत्रित तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया. उसके बाद कार में सवार दो लोगों की भीड़ ने कथित रूप से लाठी-डंडों से पिटाई की, जिसमें चालक मौत हो गई.
यह घटना मंगलवार देर रात अगमकुआं में हुई थी, जिसमें तीन बच्चों की मौत मौके पर ही हो गई और एक घायल हो गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मृतक बच्चों की पहचान हलेंद्र मांझी (9), रोहित मांझी (13) और राजू मांझी (11) के रूप में की गई जबकि मनीष मांझी (10) गंभीर रूप से घायल हो गए.
चालक की पहचान सौरभ गांगुली (19) के रूप में हुई जो नवादा के रहने वाले हैं. उनके साथ गाड़ी में मौजूद मनीष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए.
गांगुली ग्रेजुएशन की परीक्षा देने के लिए फतुहा जा रहे थे, जब मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात लगभग 1.15 बजे उनकी एसयूवी कार अनियंत्रित हो गई. तेज रफ्तार कार फुटपाथ पर सो रहे बच्चों के ऊपर से होते हुए बिजली के खंभे से जा टकराई.
पटना सिटी एडिशनल एसपी बलिराम चौधरी ने कहा, ‘ड्राइवर की लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई. ऐसा लगता है कि वह गाड़ी चलाते समय नींद में था. कार लगभग दो फुट ऊंचे फुटपाथ पर चढ़ गई थी.
प्रभात खबर के मुताबिक हादसे के बाद अनियंत्रित एसयूवी दो फुट ऊंचे नाला सह फुटपाथ पर चढ़ गई और सीमेंट के खंबे से जा टकराई. गाड़ी की रफ़्तार इतनी थी कि खंबा उखड़ गया और गाड़ी के आगे के दोनों पहिए निकल कर बाहर आ गए और फिर गाड़ी पलट गई.
इससे गाड़ी चला रहे सौरभ और उनके साथी मनीष को काफी चोटें आईं. इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने गाड़ी से सौरभ व मनीष को बाहर खींच लिया और लाठी-डंडे व ईंट-पत्थर से जम कर पिटाई कर दी, जिससे सौरभ की मौत घटनास्थल पर ही हो गई.
दैनिक भास्कर के मुताबिक घटनास्थल से कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी कैमरे में हादसे की तस्वीर कैद हुई है. कैमरे में नजर आ रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त सड़क खाली थी. इक्के-दुक्के वाहन ही गुजर रहे थे कि तेजी से यह कार सड़क छोड़कर बायीं ओर आ गई और सो रहे चार बच्चों को रौंद दिया.
मौके पर पहुंची पुलिस टीम मनीष को भीड़ से बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया. घटना के बाद लोगों की भीड़ ने गाड़ी में पेट्रोल डाल कर जलाने का प्रयास भी किया. पुलिस ने एसयूवी गाड़ी को जब्त कर लिया है.
हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है कि सौरभ की मौत भीड़ की पिटाई के चलते हुई है.
अमर उजाला के अनुसार अपर पुलिस अधीक्षक बलिराम चौधरी ने बताया, ‘इस हादसे में एसयूवी चालक की मौत हो गई है जबकि कार में सवार एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. घायल कार सवार और बच्चे को इलाज के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया.
चौधरी ने कार चालक की आक्रोशित लोगों द्वारा की गई पिटाई से मौत होने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि हादसे में बुरी तरह जख्मी होने के कारण उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके अलावा उन्होंने आक्रोशित लोगों द्वारा घटनास्थल पहुंची पुलिस टीम पर पथराव किए जाने से भी इनकार किया है.
इसके बाद बुधवार को लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप व समझाने के बाद लोग सड़क से हटे. पुलिस ने इस मामले में जीरो माइल ट्रैफिक थाना और अगमकुआं थाने में प्राथमिकी दर्ज की है.
एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि मृत बच्चों के परिजनों को दाह संस्कार के लिए राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपये दिए गए. मृत बच्चों के आश्रितों को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे.