राज्य सरकार की ‘हरित हरम’ योजना के तहत वन विभाग की टीम गांव में पौधे लगाने गई थी. इस दौरान टीआरएस विधायक कोनूरु कन्नप्पा के भाई कोनेरु कृष्ण के नेतृत्व में गांव के कुछ लोगों ने जमीन पर अपना मालिकाना हक होने का दावा करते हुए उन पर लाठियों से हमला कर दिया.
हैदराबाद: तेलंगाना में भूमि विवाद को लेकर कोमराम भीम असिफाबाद जिले के एक गांव में वन विभाग की एक महिला अधिकारी पर रविवार को कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जिसमें वह घायल हो गई. इस घटना के सिलसिले में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के एक विधायक के भाई को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस अधीक्षक मल्ला रेड्डी ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में टीआरएस विधायक कोनूरु कन्नप्पा के भाई कोनेरु कृष्ण को गिरफ्तार किया गया है और उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हमले में वन अधिकारी सी. अनिता को चोट लगी है और वह अस्पताल में भर्ती हैं.
उन्होंने बताया कि सरकार की ‘हरित हरम’ योजना के तहत अनिता सारसाला गांव में पौधे लगाने गई थीं. इस दौरान कृष्ण के नेतृत्व में गांव के कुछ लोगों ने जमीन पर अपना मालिकाना हक होने का दावा करते हुए उन पर लाठियों से हमला कर दिया.
#WATCH Telangana: A police team & forest guards were attacked allegedly by Telangana Rashtra Samithi workers in Sirpur Kagaznagar block of Komaram Bheem Asifabad district, during a tree plantation drive. (29.06.2019) pic.twitter.com/pZ0H3Qg2Ud
— ANI (@ANI) June 30, 2019
हमले के सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि अनिता हमले से बचने के लिए ट्रैक्टर पर चढ़ रही हैं और कृष्ण तथा गांव के अन्य लोग ट्रैक्टर पर भी हमला कर रहे हैं. एक अज्ञात व्यक्ति महिला अधिकारी की पिटाई करता हुआ भी दिख रहा है.
अस्पताल में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अनिता ने बताया कि उन पर पहले कृष्ण ने लाठी से हमला किया, बाद में अन्य लोगों ने उन पर हमला किया.
तेलंगाना के प्रधान मुख्य वन संरक्षक पीके झा ने कहा कि अधिकारी जिस जमीन पर पौधे लगा रहे थे वह वन विभाग की भूमि है और विधायक को इस संबंध में सूचना दे दी गई है. उन्होंने कहा कि विभाग उच्च स्तर पर इस मामले को गंभीरता से उठाएगा.
झा ने कहा, ‘वह वन विभाग की जमीन थी. मुझे बताया गया है कि उस पर कब्जा करने की कुछ कोशिश की गई. उस वक्त हमारे लोगों ने उसे खाली करा लिया था. वह हमारे कब्जे में है. उनका (विधायक का) भाई वहां था.’ कन्नप्पा से फिलहाल संपर्क नहीं हो सका है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)