अम्बाती रायुडू ने अब तक संन्यास लेने की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. बताया जा रहा है कि रायुडू को विश्वकप के लिए अधिकारिक स्टैंडबाय लिस्ट में रखा गया था, लेकिन ऑलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होने के बाद उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल कर लिया गया.
नई दिल्ली: मौजूदा विश्वकप के लिए दो बार अनदेखी किए जाने के बाद भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाज अम्बाती रायुडू ने बुधवार को बिना कारण बताए क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया.
बताया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश के इस 33 साल के खिलाड़ी को ब्रिटेन में चल रहे विश्वकप के लिये अधिकारिक स्टैंडबाय लिस्ट में रखा गया था, लेकिन ऑलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होने के बाद उनकी अनदेखी की गई.
टीम प्रबंधन के जोर देने के बाद सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया और पता चला है कि रायुडू इन घटनाओं से काफी निराश हो गए.
इस खिलाड़ी ने अभी अधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन बीसीसीआई अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि उन्होंने इस फैसले से बीसीसीआई को अवगत करा दिया है.
अधिकारी ने कहा, ‘हमें सुबह उनका ईमेल मिला. उन्होंने कारण नहीं बताया है कि संन्यास लेने का फैसला क्यों किया. इस ईमेल में उन्होंने उन कप्तानों का शुक्रिया अदा किया, जिनकी कप्तानी में वह खेला था और उसने बीसीसीआई का भी शुक्रिया अदा किया.’
रायुडू ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) को इस संबंध में एक पत्र लिखा था, जिसे एसोसिएशन ने बीसीसीआई को भेज दिया था.
Ambati Rayudu's email sent to the BCCI officials announcing retirement from all forms of the game. pic.twitter.com/qHjzpRZ1iz
— CricTracker (@Cricketracker) July 3, 2019
रायुडू ने बीसीसीआई को लिखे ईमेल में कहा, ‘मैंने खेल से दूर जाने और सभी प्रारूपों और खेल के सभी स्तरों से संन्यास लेने का फैसला किया है. मैं बीसीसीआई और राज्य संघों को शुक्रिया करना चाहूंगा जिसमें हैदराबाद, बड़ौदा, आंध्र और विदर्भ संघ शामिल हैं.’
उन्होंने कहा, ‘अपने देश का प्रतिनिधित्व करना सम्मानजनक रहा.’
पत्र में रायुडू ने लिखा, ‘मैं उन कप्तानों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिनकी कप्तानी में मैं खेला. महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा और विशेषकर विराट कोहली को जिन्होंने भारतीय टीम के साथ मेरे पूरे करिअर में मुझ पर हमेशा भरोसा दिखाया.’
उन्होंने लिखा, ‘इस खेल को खेलने का सफर शानदार रहा और पिछले 25 वर्षों में विभिन्न स्तर के लिए खेलते हुए उतार चढ़ाव से काफी कुछ सीखा.’
रायुडू ने भारत के लिए 55 वनडे खेलते हुए 47.05 के औसत से 1694 रन बनाए हैं. इसमें तीन शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं. यह खिलाड़ी कभी टेस्ट टीम में जगह नहीं बना सका और विश्वकप से पहले वह चर्चा में बना हुआ था.
टी20 में रायुडू छह मैचों में शामिल रहे और मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने कुल 42 रन बनाए थे. एकदिवसीय क्रिकेट में रायुडू ने अपना पदार्पण साल 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ किया था. इस साल उन्होंने अपना आखिरी मैच रांची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कुछ महीने पहले चौथे नंबर के लिए रायुडू के नाम को तरजीह दी थी लेकिन टूर्नामेंट के लिए चुनी गई अंतिम टीम में रायुडू की अनदेखी की गई और विजय शंकर को चुना गया.
मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इस फैसले को सही करार दिया था. इसके बाद रायुडू ने इस बयान का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट किया, ‘विश्व कप देखने के लिये त्रिआयामी (थ्री डी) चश्मे का आर्डर किया है.’
मालूम हो कि ट्विटर पर यह उनका आखिरी ट्वीट है, जो 16 अप्रैल को किया गया है.
Just Ordered a new set of 3d glasses to watch the world cup 😉😋..
— ATR (@RayuduAmbati) April 16, 2019
इसके बाद उन्हें स्टैंडबाय लिस्ट में शामिल किया गया, लेकिन उन्हें बुलाया नहीं गया.
घरेलू सर्किट में साथी क्रिकेटरों के साथ कई बार और यहां तक मैच अधिकारियों के साथ झड़प के कारण रायुडू की छवि तुनकमिजाज खिलाड़ी की बन गई.
उसने सीमित ओवर के प्रारूप पर ध्यान लगाने के लिए पिछले साल प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.
अम्बाती रायुडू ने 2007 में प्रतिबंधित इंडियन क्रिकेट लीग में खेला था, जो राष्ट्रीय टीम में उनके चयन में बाधा बनी थी.
बाद में वह उन 79 खिलाड़ियों में शामिल रहे जिन्हें बीसीसीआई ने 2009 में बागी लीग में खेलने के लिए माफी दी थी.
आईपीएल शुरू होने के बाद रायुडू को मुंबई इंडियंस ने चुन लिया जिसके बाद वह चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ रहे.
पिछले साल रायुडू सुर्खियों में तब आए जब उन पर सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के दौरान मैदानी अंपायर के साथ बहस के कारण दो मैच का प्रतिबंध लगा.
अम्बाती रायुडू के संन्यास लेने के बाद वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण आदि ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं.
Must definitely be very painful at being ignored for the WorldCup for #AmbatiRayudu but I wish him all the very best in life after retirement.
— Virender Sehwag (@virendersehwag) July 3, 2019
इस संबंध में भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर कहा, ‘विश्वकप में अनदेखी किया जाना निश्चित रूप से अम्बाती रायुडू के लिए पीड़ादायक रहा होगा. रिटायरमेंट के बाद मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं.’
Can understand the pain and anguish Ambati Rayudu may be feeling after the World Cup snub even after performing well.
I wish him lots of happiness and peace in his second innings.— VVS Laxman (@VVSLaxman281) July 3, 2019
पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट कर कहा, ‘अच्छे प्रदर्शन के बाद विश्वकप में शामिल नहीं होने पाने की अम्बाती रायुडू की पीड़ा का समझ सकता हूं. उनकी दूसरी पारी के लिए मैं उनके लिए ढेर सारी खुशी और शांति की कामना करता हूं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)