गुरुवार को कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे मुंबई-गोवा हाइवे के पास कांकावली पहुंचे थे, जहां इंजीनियर एक पुल का निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान रास्ते में कई जगह गड्ढे दिखने पर भड़के नितेश ने इंजीनियर को डांटा और उन पर कीचड़ डालकर पुल से बांध दिया.
मुंबईः महाराष्ट्र के मुंबई में एक इंजीनियर पर कीचड़ फेंकने के मामले में पुलिस ने कांग्रेस विधायक नितेश राणे सहित उनके दो समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर आईपीसी की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
इस मामले में उन्हें शुक्रवार को स्थानीय अदालत के सामने पेश किया जाएगा. नितेश राणे भाजपा से राज्यसभा सदस्य और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे हैं.
नारायण राणे के खिलाफ सिंधुदुर्ग जिले के कुडाल पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज हुआ था. उन्होंने गुरुवार देर शाम आत्मसमर्पण कर दिया.
आईपीसी की धारा 353, 342, 332, 324, 323, 120 (ए), 147, 143, 504, 506 के तहत उनके और उनके 40-50 समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें उनके दो समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया.
#WATCH: Congress MLA Nitesh Narayan Rane and his supporters throw mud on engineer Prakash Shedekar at a bridge near Mumbai-Goa highway in Kankavali, when they were inspecting the potholes-ridden highway. They later tied him to the bridge over the river. pic.twitter.com/B1XJZ6Yu6z
— ANI (@ANI) July 4, 2019
सिंधुदुर्ग के एसपी दीक्षित गेडाम ने बताया कि कांग्रेस विधायक ने कांकावली पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया है. उन्हें और उनके कई समर्थकों के खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
यह पूरी घटना मुंबई-गोवा हाइवे के पास कांकावली इलाके की है. यहां इंजीनियर एक पुल का निरीक्षण कर रहे थे कि तभी वहां नितेश राणे अपने समर्थकों सहित मुआयना करने पहुंचे. उन्हें रास्ते में कई जगह गड्ढे नजर आए, जिस पर वे बुरी तरह भड़क गए और इंजीनियर को डांटने लगे.
इसके बाद राणे के समर्थकों ने इंजीनियर पर कीचड़ फेंक दिया और उन्हें पुल से बांध दिया. हालांकि, नितेश राणे के पिता नारायण राणे ने बेटे की इस गलती के लिए माफी मांग ली है.
नारायण राणे ने कहा, ‘मैं एक सरकारी अधिकारी पर कीचड़ फेंकने के अपने बेटे के कृत्य पर माफी मांगता हूं. यह विरोध (राजमार्ग की खराब हालत के खिलाफ) स्थानीय लोगों के लिए था लेकिन उनके (नितेश) समर्थकों की तरफ से की गई मारपीट गलत है. मैं इसका समर्थन नहीं करता हूं.’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रहे नारायण राणे ने कहा कि हाइवे की दिक्कतों को लेकर प्रदर्शन करना ठीक है, लेकिन नितेश राणे और उनके समर्थकों द्वारा सरकारी कर्मचारी के साथ किया गया ऐसा बर्ताव सही नहीं. नारायण राणे ने आगे कहा, ‘मैं इसका समर्थन नहीं करता.’
नितेश राणे की तरफ से किसी सरकारी कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार करने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले साल 2017 में एक बैठक के दौरान आपा खोते हुए उन्होंने एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के साथ अभद्रता की थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)