वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2019-20 का आम बजट शुक्रवार को लोकसभा में पेश करते हुए कहा कि भारत की जनता ने जनादेश के माध्यम से हमारे देश के भविष्य के लिए अपने दो लक्ष्यों ‘राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक वृद्धि’ पर मुहर लगाई है.
नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश कर रही हैं. ये पहला ऐसा मौका है जब कोई महिला वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किया जा रहा है.
सीतारमण ने संसद में बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की.
यह बजट ऐसे समय में पेश किया जा रहा है, जब देश में बेरोजगारी दर 45 साल के उच्च स्तर पर है और भारत विश्व की सबसे तेज गति से बढ़ रही अर्थव्यवस्था के रूप में चीन से पिछड़ गया है.
वित्त मंत्री ने अपने शुरुआती बजट भाषण में कहा कि पीएम ग्राम सड़क योजना से कनेक्टिविटी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जलमार्ग विकास प्रोजेक्ट से व्यापार बढ़ेगा.
मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 300 किमी म्रेट्रो रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी दी और शहरी एवं ग्रामीण भारत की खाई पटी है. सागर माला के जरिए बंदरगाहों का विकास हुआ.
उन्होंने कहा, हमने पांच साल में ही अर्थव्यवस्था को एक ट्रीलियन पहुंचा दिया लेकिन इससे पहले एक ट्रीलियन पहुंचने में 55 साल लग गए. उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग अब रोजगार पैदा कर रहे हैं. उड़ान योजना से छोटे शहर जुड़े है.
जल मार्ग के दो और टर्मिनल 2020 में तैयार हो जाएंगे. वित्त मंत्री ने बिजली के लिए वन नेशन, वन ग्रिड की बात की. सीतारमण ने दावा किया कि उनकी सरकार प्रदूषण मुक्त भारत बनाएंगी.
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