यह मामला उत्तर प्रदेश के आगरा का है. इटावा से भाजपा सांसद और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. राम शंकर कठेरिया का काफिला शनिवार सुबह दिल्ली से इटावा जा रहा था. इस काफिले में पांच कारें और एक बस शामिल थी.
आगरा: आगरा में इनर रिंग रोड टोल प्लाजा पर टोल कर्मियों से मारपीट करने और गोली चलाने के मामले में सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया और एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार का कहना है कि रहनकलां में टोल प्लाजा पर हुए मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस ने बताया कि आगरा के खंदारी परिसर में रह रहे इटावा के सांसद और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. राम शंकर कठेरिया काफिले के साथ शनिवार की सुबह इटावा जा रहे थे.
टोल प्लाजा प्रभारी अनुपम सिंह की तहरीर के अनुसार, शनिवार सुबह 3.45 बजे इटावा सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया का काफिला टोल प्लाजा पर पहुंचा, उनके टोला प्लाजा से होकर जाने की कोई सूचना नहीं थी.
उनके काफिले में पांच छोटी गाड़ी और एक बस थी. टोलकर्मी ने एक-एक गाड़ी को निकालने के लिए कहा और इसे लेकर विवाद हो गया.
आरोप है कि सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया के सुरक्षा कर्मियों ने मारपीट शुरू कर दी.
दूसरी ओर थाना एत्मादपुर के निरीक्षक विकास तोमर का कहना है कि टोलकर्मी की तहरीर के आधार पर सांसद और उनके सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है.
तहरीर में आरोप लगाए हैं कि जब सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया से कहा कि वे आपको जानते हैं और आपकी गाड़ी निकलवा रहे हैं तो इस पर भी सुरक्षाकर्मी नहीं माने और उन्हें डंडे से पीटते रहे और गोली भी चलाई.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस मामले में आगरा पुलिस ने आईपीसी की धारा 147 (दंगा) 336 (दूसरों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की सजा), 506 (आपराधिक गतिविधि के लिए सजा) और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
इस घटना के कथित सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, एक शख्स एक टोलकर्मी को थप्पड़ मार रहा है. इसके बाद कथित तौर पर सांसद की सुरक्षा टीम के एक अन्य शख्स ने हवा में दो राउंड गोली चला दी.
पुलिस का कहना है कि वे इसकी जांच करते रहे हैं कि टोलकर्मी को खुद सांसद ने थप्पड़ जड़ा या उनके सुरक्षाकर्मी ने.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी आगरा) रवि कुमार ने कहा, ‘सीसीटीवी फुटेज को सबूत के तौर पर जमा किया गया है और हम इसकी जांच कर रहे हैं. टोल प्लाजा के कर्मचारियों द्वारा एफआईआर दर्ज करा दी गई है.’
उन्होंने कहा, ‘पीड़ित को चिकित्सकीय जांच के लिए भेज दिया गया है. हमारा अगला कदम शिकायत में दर्ज कराए गए दावों की पुष्टि करना और कानूनी तरीके से आगे बढ़ना होगा.’
पुलिस के अनुसार, ‘टोलकर्मियों ने 110 रुपये की मांग की और सांसद से अनुरोध किया कि वे कारों को एक तरफ कर लें ताकि अन्य वाहन आ-जा सकें. इस पर विवाद हो गया और कथित तौर पर सांसद अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ कार से बाहर निकल आए.’
विवाद बढ़ने के बाद एक सुरक्षाकर्मी ने टोल कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया. टोल कर्मी ने पुलिस को बताया कि एक अन्य शख्स ने उन्हें डराने के लिए हवा में दो राउंड फायर किया.
एक टोल कर्मचारी राकेश ने आरोप लगाया, ‘उस काफिले में एक बस थी जिसके लिए 110 रुपये लगते. हमने उसकी मांग की क्योंकि वह हमारे जेब से कटता. हमने अनुरोध किया लेकिन सुरक्षाकर्मी बाहर निकल आए. एक बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी ने कहा कि वह हमारे अंदर छह गोलियां उतार देगा. उन्होंने हमें छड़ी से मारा. सांसद वहां खड़े थे और यह सब होता हुआ देख रहे थे. वे बहुत गुस्से में थे.’
वहीं, सांसद कठेरिया ने कहा, ‘मेरे सुरक्षाकर्मियों ने टोल प्लाजा कर्मचारियों पर हमला नहीं किया. पहले उन्होंने मेरे आदमियों पर हमला किया. टोल कर्मियों को नहीं पता था कि अन्य कारें भी मेरे काफिले का हिस्सा थीं. उन्हें लगा कि अन्य कारें मेरी कार के पीछे-पीछे निकलने की कोशिश कर रही हैं. मेरे सुरक्षाकर्मियों ने केवल आत्मरक्षा में गोली चलाई.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)