नागेश को एक महीने से कम समय पहले ही राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
नई दिल्ली: कर्नाटक के मंत्री एवं निर्दलीय विधायक एच. नागेश ने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेते हुए इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का प्रस्ताव पेश किया है.
नागेश को आर. शंकर के साथ एक महीने से कम समय पहले ही राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
उन्होंने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला को दो पत्र लिखे. एक पत्र में उन्होंने एचडी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की. वहीं दूसरे पत्र में उन्होंने लिखा कि अगर भाजपा राज्य में सरकार बनाती है तो वो उसे समर्थन देने के लिए तैयार हैं.
Karnataka: Inducted last month, Minister Nagesh resigns; offers support to BJP
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— ANI Digital (@ani_digital) July 8, 2019
नागेश ने पहले पत्र में लिखा, ‘आज मैंने एचडी कुमारस्वामी की अध्यक्षता वाली मंत्रीपरिषद को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. मैं स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मुलबगल (एसटी) सीट से विधायक चुना गया था.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘इस पत्र के जरिए मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मैंने एचडी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. इस दिशा में उपयुक्त कार्रवाई की जा सकती है.’
अपने अगले पत्र में नागेश ने लिखा कि वो अगर भाजपा द्वारा बुलाए जाते हैं तो वो पार्टी को समर्थन देने के लिए तैयार हैं. करीब 13 महीने पुरानी कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार इस समय संकट में है.
कर्नाटक विधानसभा के 13 विधायकों ने पिछले कुछ दिनों में इस्तीफा दिया है. इनमें से 10 विधायक कांग्रेस के हैं, जबकि 3 विधायक जेडीएस के हैं. बीते शनिवार को इस्तीफा देने वाले 11 विधायकों में से कई विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं.
राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्ताधारी गठबंधन का संख्या बल विधानसभा अध्यक्ष के अलावा 118 (कांग्रेस-78, जद (एस)-37, बसपा-1 और निर्दलीय-2) है. इसमें वे विधायक भी शामिल हैं, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष ने अभी तक स्वीकार नहीं किए हैं.
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा ‘शिकारी पार्टी’ है.
लोकसभा में पार्टी के नेता चौधरी ने संसद भवन में परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘हम संसद में कर्नाटक का मुद्दा उठाएंगे. यह स्पष्ट है कि भाजपा एक शिकारी पार्टी है.’ पार्टी ने लोकसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्यस्थगन प्रस्ताव भी दिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)