सोनभद्र ज़िले के उभा गांव में 17 जुलाई को ज़मीन विवाद को लेकर हुई हिंसा में दस लोगों की मौत हो गई थी और करीब 24 लोग घायल हुए थे. शुक्रवार को पीड़ितों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को मिर्ज़ापुर में रोकने के बाद हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस ने कहा, योगी सरकार की तानाशाही का निकृष्टतम उदाहरण.
लखनऊः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया है. उन्हें इससे पहले रास्ते में ही रोक लिया गया था, जिसके विरोध में वह मिर्जापुर में ही धरने पर बैठ गई थीं.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे सोनभद्र जाना है. जहां ये ले जाएंगे, वहां जाऊंगी.
मालूम हो कि बुधवार को राज्य के सोनभद्र जिले में भूमि विवाद को लेकर हुई हिंसा में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 24 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
यूपी की अजय सिंह बिष्ट सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव @PriyankaGandhi को सोनभद्र जाने से जबरन रोकना लोकशाही का अपमान है। बगैर लिखित आदेश और संविधान की मूल भावना के विपरीत अजय सिंह बिष्ट सरकार का यह कदम तानाशाही को दर्शाता है। pic.twitter.com/iuoAdzIFys
— Congress (@INCIndia) July 19, 2019
न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी वीडियो में प्रियंका गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘हां, हम अभी भी नहीं झुकेंगे. हम शांति के साथ पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे. मुझे नहीं पता कि ये लोग कहां ले जा रहे हैं. हम लोग कहीं भी जाने के लिए तैयार हैं.’
सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव श्रीमती @PriyankaGandhi की गिरफ्तारी अजय सिंह बिष्ट सरकार की तानाशाही का निकृष्टतम उदाहरण है। हम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए दृढ संकल्पित हैं और भाजपा सरकार के इन ओछे हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं।
— Congress (@INCIndia) July 19, 2019
कांग्रेस ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, ‘यूपी की अजय सिंह बिष्ट सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से जबरन रोकना लोकशाही का अपमान है. बगैर लिखित आदेश और संविधान की मूल भावना के विपरीत अजय सिंह बिष्ट सरकार का यह कदम तानाशाही को दर्शाता है.’
एक अन्य ट्वीट में लिखा है, ‘सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी अजय सिंह बिष्ट सरकार की तानाशाही का निकृष्टतम उदाहरण है. हम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए दृढ संकल्पित हैं और भाजपा सरकार के इन ओछे हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं.’
The illegal arrest of Priyanka in Sonbhadra, UP, is disturbing. This arbitrary application of power, to prevent her from meeting families of the 10 Adivasi farmers brutally gunned down for refusing to vacate their own land, reveals the BJP Govt’s increasing insecurity in UP. pic.twitter.com/D1rty8KJVq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2019
राहुल गांधी ने भी प्रशासन के इस कदम की निंदा करते हुए लिखा है, ‘उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में प्रियंका को गैर-क़ानूनी तरीके से गिरफ्तार करना परेशान करने वाला है. अपनी जमीन खाली करने से मना करने वाले 10 आदिवासी किसान, जिनकी क्रूर हत्या कर दी गई, मनमाने तरीके से उनके परिजनों से मिलने से रोकना उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की असुरक्षा को दिखाता है.’
पुलिस ने इस सामूहिक हत्याकांड के मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. इस मामले में 61 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 50 अज्ञात हैं.
एक स्थानीय व्यक्ति लल्लू सिंह की याचिका पर गांव के मुखिया यज्ञदूत व उसके भाई और अन्य पर भी एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि यह घटना सुदूर घोरावल के उभा गांव की है. गांव के प्रधान ने दो साल पहले 90 बीघा जमीन खरीदी थी. वह अपने कुछ सहयोगियों के साथ जमीन पर कब्जा करने गया था. इसका गांव वालों ने विरोध किया था. परिणामस्वरूप, प्रधान के लोगों ने फायरिंग कर दी जिसमें तीन महिलाओं सहित दस गांव वालों की मौत हो गई.