22 जुलाई को एमटीएनएल के मुंबई स्थित बांद्रा टेलीफोन एक्सचेंज और बीएसएनएल की कोलकाता के साल्ट लेक स्थित इमारत में भीषण आग लगी थी. वहीं दिल्ली में एमटीएनएल के किदवई भवन इमारत में भी आग लगी थी.
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग की घटनाओं के बाद मंगलवार को सरकार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए. साथ ही दोनों कंपनियों से आग सुरक्षा को लेकर समयबद्ध तरीके से अपनी इमारतों का नया ऑडिट कराने को कहा है.
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार 22 जुलाई को एमटीएनएल के मुंबई स्थित बांद्रा टेलीफोन एक्सचेंज और बीएसएनएल की कोलकाता के साल्ट लेक स्थित इमारत में आग की बड़ी घटनाएं हुईं. वहीं दिल्ली में एमटीएनएल के किदवई भवन इमारत में भी एक छोटी आग की घटना हुई.
हालांकि एक ही दिन में घटित हुई इन आग की घटनाओं पर दमकल विभाग ने नियंत्रण पा लिया और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी आग के कारणों का पता लगा रहे हैं.
इसी बीच संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही दोनों कंपनियों से एक निश्चित समयसीमा में इमारतों का नया आग और सुरक्षा ऑडिट कराने के लिए कहा है.
बीएसएनएल और एमटीएनएल के विशेषज्ञ 24 घंटे घटनास्थल पर तैनात किए गए हैं ताकि नेटवर्क और प्रभावित सेवाओं को फिर सुचारू करने का काम पूरा किया जा सके.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों कंपनियों के उच्चतम स्तर पर स्थिति की निगरानी की जा रही है.
बीते 22 जुलाई को एमटीएनएल की मुंबई की इमारत में दोपहर तीन बजे बड़ी आग लगी. इस नौ मंजिला इमारत की छत पर 84 लोग फंसे थे, जिन्हें दमकल विभाग के लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया. यह हाल के समय के सबसे बड़े बचाव कार्यों में से एक था.
इस इमारत में करीब 25,000 लाइनों वाले दो टेलीफोन एक्सचेंज काम करते हैं. साथ ही कंपनी का प्रशासनिक कार्यालय भी यहां है. आग पर रात तीन बजे तक पूरी तरह काबू पा लिया गया.
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘एमटीएनएल की नौ मंजिला इमारत में 22 जुलाई को दिन में तीन बजे आग लगी थी. देर रात तीन बजे तक इस आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया था. एमटीएनएल के अनुसार आग से इमारत का पिछला सुरक्षा ऑडिट 12 जुलाई 2018 को कराया गया था, तब इसमें कोई खामी नजर नहीं आई थी.’
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘आग की वजह से तकरीबन 25 हजार उपभोक्ता की लैंडलाइन सेवा और आठ हजार लोगों की इंटरनेट सेवा प्रभावित हुई थी. सेवाओं को अगले चार दिनों में ठीक कर दिया जाएगा.’
नई दिल्ली स्थित एनटीएनएल किदवई नगर टेलीफोन एक्सचेंज में बीएसएनएल और एमटीएनएल दोनों के दफ्तर हैं. यहां एमटीएनल टेलीफोन एक्सचेंज और दोनों कंपनियों के प्रशासनिक दफ्तर हैं.
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘यहां 22 जुलाई को सुबह चार बजे आग लगी जिस पर सुबह 7:45 बजे तक काबू पा लिया गया था. आग से पिछला सुरक्षा ऑडिट 27 मई 2019 को किया था और कोई खामी नजर नहीं आई थी. यहां आग लगने की वजह से टेलीफोन सेवाएं प्रभावित नहीं हुई थीं.’
इसी तरह कोलकाता के साल्ट लेक क्षेत्र स्थित बीएसएनएल की इमारत में भी 22 जुलाई को आग की घटना हुई. इस वजह से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की सेवाएं और पश्चिम बंगाल की इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हुई थीं.
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘22 जुलाई को यहां आग लगने से प्रभावित मोबाइल सेवाओं को तुरंत ठीक कर दिया गया था. वहीं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पश्चिम बंगाल में प्रभावित डेटा सेवा को अगले 24 घंटे में ठीक कर लिया जाएगा.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)