बीते 22 जुलाई को सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग लगी थी. सरकार ने इन तीनों घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे.
चेन्नई: चेन्नई में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की पांच मंजिला इमारत में आग लगने से वहां रखे कुछ रिकॉर्ड और उपकरण नष्ट हो गए. इस वजह से तीस हजार से अधिक टेलीफोन, ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाएं प्रभावित हुईं.
बीएसएनएल ने बताया कि हार्बर एक्सचेंज इमारत में बीते गुरुवार तड़के हुए अग्निकांड में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यह आग इमारत के पहले तल में एसी मशीन के खराब होने से लगी.
सुरक्षा गार्ड ने पांच मंजिला इमारत के पहली मंजिल के खिड़की से उठते धुएं को देखकर पुलिस को सूचना दी. घटना की सूचना मिलते ही दस दमकल गाड़ियां और 100 दमकलकर्मी वहां पहुंच गए और चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया.
आग बुझाने के दौरान भारी धुएं और तेज गर्मी की वजह से अग्निशमन विभाग के दो कर्मचारी बेहोश हो गए थे, जिन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों कर्मचारियों की स्थिति खतरे से बाहर है.
बीएसएनएल ने बताया कि इस एक्सचेंज की क्षमता 35 हजार की है और इसमें 29 हजार लाइनें सक्रिय हैं और यहां 3000 ब्रॉडबैंड कनेक्शन हैं. इस आग से एक्सचेंज कक्ष में केबल पूरी तरह से जल गए हैं. उपकरणों की क्षति का आकलन तत्काल नहीं किया जा सका है.
द न्यूज़ मिनट के मुताबिक बीएसएनएल बिल्डिंग में दो ब्लॉक हैं जिसमें एक ब्लॉक में मोबाइल नेटवर्क सिस्टम और गैजेट्स हैं जबकि दूसरा ब्लॉक इंटरनेट डेटा सेंटर का है, जिसमें सरकारी डेटा सर्वर है. आग पहले ब्लॉक में लगी थी, जिससे एक्सचेंज रूम में केबल पूरी तरह से नष्ट हो गए. दूसरे ब्लॉक में आग नहीं फैली थी, इसलिए सरकारी डेटा सुरक्षित है.
गौरतलब है कि इससे पहले 22 जुलाई को सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की दिल्ली, मुंबई और कोलकाता की इमारतों में आग लगी थी.
एमटीएनएल के मुंबई स्थित बांद्रा टेलीफोन एक्सचेंज और बीएसएनएल की कोलकाता के साल्ट लेक स्थित इमारत में आग की बड़ी घटनाएं हुईं थी. वहीं दिल्ली में एमटीएनएल के किदवई भवन इमारत में भी एक छोटी आग की घटना हुई थी.
नई दिल्ली स्थित एनटीएनएल किदवई नगर टेलीफोन एक्सचेंज में बीएसएनएल और एमटीएनएल दोनों के दफ्तर हैं. यहां एमटीएनल टेलीफोन एक्सचेंज और दोनों कंपनियों के प्रशासनिक दफ्तर हैं.
आग की इन घटनाओं के मामले में सरकार ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे. साथ ही दोनों कंपनियों से आग सुरक्षा को लेकर समयबद्ध तरीके से अपनी इमारतों का नया ऑडिट कराने को कहा था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)