नई दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में हुआ निधन. भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का 2016 में गुर्दा प्रतिरोपित किया गया था और स्वास्थ्य कारणों से पिछले साल उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी.
नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. वह 67 वर्ष की थीं.
नई दिल्ली स्थित एम्स के सूत्रों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें रात 10 बजकर 15 मिनट पर अस्पताल लाया गया और उन्हें सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया.
स्वराज के एम्स में भर्ती होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सहित अनेक वरिष्ठ नेता अस्पताल पहुंचे थे.
भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का 2016 में गुर्दा प्रतिरोपित किया गया था और स्वास्थ्य कारणों से पिछले साल उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी.
दरअसल गुर्दा प्रत्यारोपण के कारण डॉक्टरों उन्हें धूल से बचने की सलाह थी.
विदेश मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल 26 मई 2014 से 30 मई 2019 तक था. इंदिरा गांधी के बाद विदेश मंत्री बनने वाली वह दूसरी महिला थी.
सुप्रीम कोर्ट की पूर्व वकील सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1953 को हरियाणा के अंबाला कैंट शहर में हुआ था. उनके पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य थे. सुषमा स्वराज ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1970 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से की थी.
साल 1977 में 25 साल की उम्र में वह हरियाणा की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनी थीं. वह दिल्ली की पांचवीं मुख्यमंत्री (13 अक्टूबर 1998 to 3 दिसंबर 1998) थीं. दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने वाली वह पहली महिला थीं.
सुषमा स्वराज के निधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है.
Sushma Ji’s demise is a personal loss. She will be remembered fondly for everything that she’s done for India. My thoughts are with her family, supporters and admirers in this very unfortunate hour. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2019
ट्विटर पर उन्होंने लिखा है, ‘सुषमा जी का निधन एक निजी क्षति है. उन्हें भारत के लिए उनके काम के लिए याद किया जाएगा. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, समर्थकों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.ओम शांति.’
Sushma Ji was a prolific orator and outstanding Parliamentarian. She was admired and revered across party lines.
She was uncompromising when it came to matters of ideology and interests of the BJP, whose growth she immensely contributed to.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2019
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, सुषमा जी अद्भुत वक्ता और बेहतरीन सांसद थीं. उन्हें सभी पार्टियों से सम्मान मिला. बीजेपी की विचारधारा और हित के मामले में वो कभी समझौता नहीं करती थीं. बीजेपी के विकास में उन्होंने बड़ा योगदान दिया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया है कि बुधवार दोपहर 12 बजे तक सुषमा स्वराज के निवास पर उनका अंतिम दर्शन होगा. उसके बाद भाजपा मुख्यालय पर उनका पार्थिव शरीर लाया जाएगा. तीन बजे उनका अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में किया जाएगा.