केरल में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 76 हुई, 58 लापता

केरल के 73 हजार परिवारों के करीब ढाई लाख लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. मलप्पुरम में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है, जो राज्य में सबसे अधिक है.

केरल के 73 हजार परिवारों के करीब ढाई लाख लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. मलप्पुरम में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है, जो राज्य में सबसे अधिक है.

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केरल बाढ़ में फंसे लोगों को बचाते बचावकर्मी (फोटोः पीटीआई)

तिरुवनंतपुरम: केरल में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 76 हो गई है. अधिकतर मृतक मलप्पुरम और वायनाड जिलों से हैं. हालांकि राज्य के कई हिस्सों से बाढ़ का पानी घटने लगा है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मलप्पुरम और वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित कवलप्परा एवं पुथुमाला इलाकों में तलाशी अभियान अब भी जारी हैं.

राज्य के 73,076 परिवारों के 2.51 लाख लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया. हालांकि 58 लोग अभी भी लापता हैं, जिनमें से 50 लोग मलप्पुरम से हैं. मलप्पुरम में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है, जो राज्य में सबसे अधिक है.

मौसम विभाग के मुताबिक, अलप्पुझा, एर्नाकुलम, त्रिशुर और मलप्पुरम जिलों में सोमवार को भारी बारिश हो सकती है.

वायनाड से सांसद कांग्रेस नेता राहुल गांधी बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए केरल में हैं. उन्होंने सोमवार सुबह वायनाड संसदीय क्षेत्र के पर्वतीय शहर तिरुवम्बाडी में एक राहत शिविर का दौरा किया.

उन्होंने शिविर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘संकट की इस घड़ी में हम सभी आपके साथ हैं.’

उन्होंने कांग्रेस और यूडीएफ के कार्यकर्ताओं से बाढ़ से प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराने की अपील की.

उन्होंने कहा, ‘मैं यहां बड़े दुखी मन से आया हूं. वायनाड में जबरदस्त त्रासदी है. मैं जानता हूं कि आज त्योहार है. बावजूद इसके आज खुशी का माहौल नहीं है.  फिर भी मैं आपको ईद की शुभकामना देता हूं.’

कई शिविरों में लोगों ने कम धूमधाम से ईद का त्योहार मनाया. उनके शुभचिंतक उनके लिये भोजन और नये कपड़े लेकर आये थे.

सोमवार को 14 जिलों में से किसी के लिए रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया.

आठ अगस्त से अब तक मलप्पुरम से 24, कोझिकोड से 17 और वायनाड से 12 लोगों के शव मिले हैं, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 76 हो गई है.

वायनाड के पुथुमाला में भूस्खलन की एक और घटना से इलाके में दहशत का माहौल है. 10 लोगों के शव बरामद किए गए हैं और सात लोग लापता हैं.

विस्थापित लोगों को राहत सामग्री जैसे कपड़े, दवाइयां और साफ-सफाई की सामग्री पहुंचाने के प्रयास जारी हैं और समूचे केरल में इसके लिये संग्रह केंद्र बनाए गए हैं.

दक्षिण रेलवे ने बताया कि ओखा-एर्नाकुलम एक्सप्रेस, बरौनी-एर्नाकुलम राप्तीसागर, तिरुवनंतपुरम-अहिल्यानगरी एक्सप्रेस और कोचुवेली हैदराबाद विशेष ट्रेन को सोमवार पूरी तरह से रद्द कर दिया गया.

इस बीच केरल विश्वविद्यालय ने भी 13 अगस्त को होने वाली सभी परीक्षाओं को रद्द कर दिया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)