जम्मू कश्मीर में 4 अगस्त से संचार सेवाओं को पूरी तरह से बंद किया गया है. इसके 12 दिन बाद शनिवार को जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों में कम गति की 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की गई थीं.
जम्मू: जम्मू में फैलाई जा रही अफवाहों को रोकने के लिए रविवार को एक बार फिर पांच जिलों में कम गति की 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई. एक दिन पहले ही इन सेवाओं को बहाल किया गया था.
कश्मीर घाटी के 17 टेलीफोन एक्सचेंज में लैंडलाइन सेवाएं 12 दिन बाद शनिवार को बहाल कर दी गई थीं, जिससे 50,000 से अधिक लैंडलाइन फोनों ने फिर काम करना शुरू कर दिया था. वहीं जम्मू के पांच जिलों में कम गति वाली (2जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई थीं.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि संबंधित अधिकारियों ने सेवा प्रदाताओं से दोपहर के करीब सेवाओं को बंद करने के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने बताया कि अफवाहों को फैलने से रोकने और शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया.
करीब एक पखवाड़े बाद शुक्रवार और शनिवार की दरम्यिानी रात को जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों में कम गति की मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की गई थीं.
केंद्र द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने से एक दिन पहले चार अगस्त को जम्मू क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं. इस कदम से कुछ वक्त पहले राज्य में कर्फ्यू लगा दिया गया था.
हालांकि, बाद में पाबंदियों में ढील दे दी गई थी. जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के फौरन बाद जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर फर्जी संदेश या वीडियो प्रसारित करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अधिकारियों का कहना है कि जम्मू में हाई स्पीड (3जी और 4जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं हालात की ताजा समीक्षा के बाद बहाल की जाएंगी. पूंछ, राजौरी, किस्तवाड़, डोडा और रामबन जैसे जिलों में पूरे दिन सेवाएं बंद रहीं.
इससे पहले, शुक्रवार को मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने एक प्रेस वार्ता में कहा था कि घाटी में बंद के दौरान किसी की भी जान नहीं गई है. उन्होंने भरोसा दिलाया था कि लैंडलाइन और टेलीफोन सेवाएं चरणबद्ध तरीके से चालू की जाएंगी.