तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके 82 वर्ष के जगन्नाथ मिश्रा लंबे समय से कैंसर और अन्य बीमरियों से जूझ रहे थे.
नई दिल्लीः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता जगन्नाथ मिश्रा का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को नई दिल्ली में निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे और तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे.
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, वह कैंसर और अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे. जनवरी 2018 में चारा घोटाले से जुड़े चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए पांच साल कारावास की सजा सुनाई थी.
वह चारा घोटाले से जुडे़ तीन मामलों में दोषी पाए गए थे. उन्हें हालांकि जुलाई 2018 में मेडिकल आधार पर झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी.
एक समय कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे मिश्रा ने अपने बड़े भाई ललित नारायण मिश्रा से राजनीति का पाठ सीखा था.
उनके बड़े भाई ललित नारायण मिश्रा राजनीति में थे और रेल मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. बड़े भाई ललित की हत्या के बाद जगन्नाथ मिश्रा पूरी तरह कांग्रेस की राजनीति में रम गए. हालांकि बाद में वैचारिक टकराव के कारण मिश्रा शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए थे.
मिश्रा तीन बार कांग्रेस पार्टी में रहते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद पर पहुंचे थे. फिलहाल वह जेडीयू के सदस्य थे.
जगन्नाथ मिश्रा पहली बार 1975 में राज्य के मुख्यमंत्री बने और अप्रैल 1977 तक इस पद पर रहे थे. उसके बाद 1980 में उन्होंने तीन साल के लिए मुख्यमंत्री की कमान संभाली. 1989 में मिश्रा तीन महीने के लिए मुख्यमंत्री बने थे.
Bihar former Chief Minister Jagannath Mishra has passed away in Delhi after prolonged illness. pic.twitter.com/zyDlVD4HBP
— ANI (@ANI) August 19, 2019
बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने जगन्नाथ मिश्रा के निधन पर शोक जताते हुए राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की.