आरिफ़ मोहम्मद ख़ान बने केरल के राज्यपाल, चार अन्य राज्यों में भी राज्यपालों नियुक्ति

राष्ट्रपति भवन जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि आरिफ़ मोहम्मद ख़ान को केरल, डा. तमिलिसाई सुंदरराजन को तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्रा को राजस्थान, बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश और भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.

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राष्ट्रपति भवन जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि आरिफ़ मोहम्मद ख़ान को केरल, डा. तमिलिसाई सुंदरराजन को तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्रा को राजस्थान, बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश और भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.

Arif Mohammad Khan

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आरिफ मोहम्मद खान सहित पांच लोगों को रविवार को राज्यपाल नियुक्त किया. खान को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.

राष्ट्रपति भवन कार्यालय द्वारा रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि आरिफ मोहम्मद खान को केरल, डा. तमिलिसाई सुंदरराजन को तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्रा को राजस्थान, बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश और भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.

विज्ञप्ति के अनुसार, ये सभी नियुक्तियां पदभार संभालने के दिन से प्रभावी होंगी.

बता दें कि, आरिफ मोहम्मद खान ऊर्जा से लेकर नागरिक विमानन सहित कई मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. हालांकि, वह तब मशहूर हो गए थे, जब उन्होंने 1986 में राजीव गांधी की सरकार से इस्तीफा दे दिया था. उनका यह इस्तीफा शाह बानो मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलने के लिए संसद में लाए गए कानून को लेकर था.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद खान जनता दल और बसपा में गए थे. इसके बाद साल 2014 में वे भाजपा में शामिल हुए लेकिन तीन साल बाद यह कहते हुए पार्टी छोड़ दी कि उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है.

हाल ही में वे एक बार फिर खबरों में तब आए जब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा था कि मुस्लिमों को ऊपर उठाना उनकी पार्टी का काम नहीं है, अगर वे नाले में पड़े रहना चाहते हैं तो रहने दो.

बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी ने जिस कांग्रेस नेता के बयान का हवाला दिया था, खान ने दावा किया था कि वह तत्कालीन केंद्रीय मंत्री पीवी नरसिम्हा राव की थी.

अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खान ने कहा, ‘यह सेवा करने का एक अवसर है. भारत जैसे में देश में पैदा होना सौभाग्य है जिसकी विविधता बहुत ही विस्तृत और समृद्ध है. भगवान का अपना देश कह जाने वाले इस हिस्से को जानने का मुझे एक बहुत अच्छा अवसर मिला है.’

वहीं, तेलंगाना के राज्यपाल की जिम्मेदारी पाने वाली डा. तमिलिसाई सुंदरराजन तमिलनाडु के थूथुकुडी में डीएमके की कनिमोझी से हालिया लोकसभा चुनाव हार गई थीं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुमारी अनंथन की बेटी तमिलिसाई को राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच तमिलनाडु की सुषमाजी कहा जाता है.

तमिलिसाई अच्छा भाषण देने के साथ ही अच्छा ट्रांसलेशन करना भी जानती हैं और इसी वजह से राष्ट्रीय नेताओं के बीच उनकी अच्छी छवि बन गई है. उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी, जसवंत सिंह और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू जैसे नेताओं का भाषण ट्रांसलेशन किया है.

जुलाई में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभालने वाले कलराज मिश्रा को राजस्थान भेजा गया है. 78 वर्षीय मिश्रा ने साल 2017 में नरेंद्र मोदी सरकार से सूक्ष्म, लघु और मध्यम इंटरप्राइजेज मंत्री के पद से तब इस्तीफा दे दिया था जब उनकी उम्र 75 के पार कर गई थी. उन्होंने लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था. मिश्रा राजस्थान में कल्याण सिंह की जगह लेंगे.

मोदी और वाजपेयी दोनों ही सरकारों में मंत्री की जिम्मेदारी संभालने वाले बंडारु दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में दत्तात्रेय शहरी विकास और रेलवे मंत्रालय में राज्यमंत्री थे.

वहीं, साल 2014 में मोदी सरकार में उन्हें श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया था और तेलंगाना से एकमात्र मंत्री थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में सिकंदराबाद सीट से भाजपा प्रत्याशी जी किशन रेड्डी ने उनकी जगह ली थी.

इसके साथ ही उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल बनने वाले कोश्यारी सी विद्यासागर राव की जगह लेंगे.