बिहार के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सुशील मोदी ने कहा कि वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.
पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री सुशील मोदी ने रविवार को कहा कि देश के आर्थिक हालात को लेकर कुछ विपक्षी पार्टियां भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही हैं जबकि सावन-भादो के महीने में हर साल मंदी रहती है.
एक ट्वीट कर सुशील मोदी ने कहा, ‘वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.’
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश की आर्थिक वृद्धि दर (जीडीपी) छह साल के निचले स्तर पर जाते हुए पिछले साल के 8 फीसदी की तुलना में इस साल अप्रैल-जून की तिमाही में पांच फीसदी हो गई.
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने मैन्युफैक्चरिंग और कृषि क्षेत्र में गिरावट को रोक पाने में निष्प्रभावी होने का नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया है.
केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा।
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— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 1, 2019
सुशील मोदी ने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर चिंतित होने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार ने इसको नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं.
उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किए हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा.’
उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक सुस्ती से बिहार अछूता रहा और दावा किया कि राज्य में मोटर वाहनों की बिक्री में कोई गिरावट नहीं दर्ज की गई.
उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘बिहार में मंदी का खास असर नहीं है इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी. केंद्र सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है.’
बिहार पहला राज्य है, जिसने एक देश-एक कर की कल्पना साकार करने वाले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की प्रतिमा लगाने और उनकी जयंती पर हर साल राजकीय समारोह आयोजित करने का फैसला किया।
बिहार को 15 साल के कुशासन से मुक्ति दिलाने वाले भाजपा-जदयू गठबंधन की सरकार का बनना और इसका टिकाऊ… pic.twitter.com/71GZvAvNpB
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वहीं, एक अन्य ट्वीट में कहा कि बिहार पहला राज्य है, जिसने एक देश-एक कर की कल्पना साकार करने वाले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की प्रतिमा लगाने और उनकी जयंती पर हर साल राजकीय समारोह आयोजित करने का फैसला किया.
उन्होंने कहा, ‘बिहार को 15 साल के कुशासन से मुक्ति दिलाने वाले भाजपा-जदयू गठबंधन की सरकार का बनना और इसका टिकाऊ होना राज्य के लिए अरुण जेटली का ऐसा राजनीतिक योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए के सभी दल संसदीय चुनाव की सफलता दोहरा कर अरुण जेटली को अपनी श्रद्धांजलि देंगे.’