बीते 10 दिनों में यह सोनिया गांधी की कमलनाथ से दूसरी मुलाकात थी. 30 अगस्त को मुलाकात के दौरान कमलनाथ ने कहा था कि पार्टी को लोकसभा चुनाव के बाद राज्य इकाई के एक नए अध्यक्ष की जरूरत है.
नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर बीते शनिवार को मुलाकात के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि मध्यप्रदेश प्रदेश के मुद्दों पर विधिवत चर्चा हुई.
सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी राज्य में अनुशासन को लेकर चिंतित हैं. दिग्विजय-सिंघार विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह विषय पार्टी की अनुशासन समिति के पास भेजा गया है. कांग्रेस नेता एके एंटनी इस समिति के अध्यक्ष हैं
बीते 10 दिनों में यह सोनिया गांधी की कमलनाथ से दूसरी मुलाकात थी. 30 अगस्त को मुलाकात के दौरान कमलनाथ ने कहा था कि पार्टी को लोकसभा चुनाव के बाद राज्य इकाई के एक नए अध्यक्ष की जरूरत है. सिंधिया से किसी भी तरह के मतभेदों से इनकार करते हुए उन्होंने कहा था, ‘यह कहना गलत है कि सिंधिया नाराज हैं.’
उधर, कांग्रेस के मध्यप्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने शुक्रवार शाम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.
सोनिया से मुलाकात के बाद बाबरिया ने कहा था कि राज्य में पार्टी से जुड़े हालिया घटनाक्रमों और पार्टी की स्थिति को लेकर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट दी है. उन्होंने यह भी कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बाबरिया ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं का सम्मान होना चाहिए. दरअसल, बाबरिया की सोनिया से मुलाकात वन मंत्री उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच बयानबाजी की पृष्ठभूमि में हुई है.
सिंघार ने हाल ही में दिग्विजय पर ब्लैकमेलर, ट्रांसफर-पोस्टिंग करवाने और रेत खनन जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह मिलने आएंगे तो वह उन्हें कड़वी चाय पिलाएंगे.
इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस के नेता अनुशासन में रहें. भाजपा को कोई मौका न दें. सिंघार की कड़वी चाय पिलाने के जवाब में दिग्विजय ने कहा था कि, ‘मुझे डायबिटीज नहीं है और मैं मीठी चाय पीता हूं.’
दूसरी तरफ, राज्य इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त करने की भी अटकलें हैं. फिलहाल मुख्यमंत्री कमलनाथ मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)