आसनसोल में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, वहीं कूच बिहार में भीड़ ने एक मानसिक रूप से कमज़ोर व्यक्ति की बच्चा चोरी के संदेह में पिटाई की, जिसे पुलिस द्वारा बचाया गया.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के आसनसोल में बच्चा चोर होने के संदेह में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. वहीं कूच बिहार जिले के दिनहाटा में भीड़ ने बच्चा चोरी के संदेह में एक मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति को पीटा.
पुलिस ने बताया कि आसनसोल में हुई घटना के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और कुछ अन्य को घटना में शामिल होने के संदेह में हिरासत में लिया गया है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में 30 अगस्त को भीड़ हमले के संबंध में एक विधेयक पारित होने के बाद महज एक पखवाड़े से भी कम समय में यह घटना हुई है. विधेयक में भीड़ के हमले में किसी व्यक्ति के घायल होने पर दोषियों को आजीवन कारावास तथा व्यक्ति की मृत्यु होने पर दोषियों के लिए मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस के अनुसार पश्चिम बर्दवान में आसनसोल के सालनपुर गांव में बच्चा चोरी की अफवाह चल रही है. मंगलवार को सुबह 6 बजे स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति को इस इलाके में घूमते हुए देखा और उसे बच्चा चोर समझकर पीटने लगे.
आसनसोल दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के अधिकारियों के अनुसार भीड़ ने 35 से 40 साल के अज्ञात व्यक्ति को खंभे से बांध दिया और बच्चा चोर होने के संदेह में उसे पीटा. उन्होंने बताया कि बाद में उसे खोल दिया गया और भीड़ ने एक बार फिर उसकी पिटाई की.
अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर भेजा गया जिन्होंने उस व्यक्ति को भीड़ से बचाया. अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. इस व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हुई है.
इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘अब तक व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी है. हमने घटना के वायरल वीडियो के आधार पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और कुछ अन्य को हिरासत में लिया है.’
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू कर दी है. बीते एक हफ्ते में पश्चिम बंगाल में बच्चा चोरी की अफवाह पर हुई ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं.
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को ही कूच बिहार के दिनहाटा के बोरो अतियाबाड़ी गांव में 32 वर्षीय मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति एक दुकान के बाहर घूम रहा था, जिसे ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझा और उसके हाथ-पैर बांधकर उसे पीटा.
हालांकि पुलिस की टीम उसे बचाने में कामयाब हुई और उसे दिनहाटा के अस्पताल में भर्ती करवाया. दिनहाटा थाने के एक अधिकारी ने बताया, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं. साथ ही हम ऐसी अफवाहों के खिलाफ क्षेत्र में जागरूकता फैलाना भी जारी रखेंगे.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)