सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा देश को डर और नफरत के रास्ते पर ले जा रही है. पहले सहारनपुर में बाबा साहब की मूर्ति तोड़ी गई. आज जालौन में गांधी जी की प्रतिमा तोड़ दी गई. महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्या से ध्यान बंटाने के लिए विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर सांसद आजम खां के खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस ले लिये जाएंगे.
अखिलेश ने रामपुर में मीडिया से कहा, ‘समाजवादी पार्टी के सत्ता में आने पर सांसद एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां के खिलाफ दर्ज सभी केस वापस ले लिए जाएंगे.’
उन्होंने कहा, ‘इस संबंध में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से और जरूरत होने पर लोकतंत्र के जिम्मेदार लोगों से भी मुलाकात करूंगा. उन्हें प्रशासन द्वारा किए जा रहे अत्याचार की जानकारी दूंगा. रामपुर से सभी एफआईआर की कॉपी ले जाकर पूरी रिपोर्ट तैयार की जायेगी.’
अखिलेश ने कहा, ‘हमें न्यायपालिका पर भरोसा है, इसलिए विश्वास है कि वहां से न्याय मिलेगा. ऐसे ही तमाम मुकदमें एक बार नेता जी मुलायम सिंह यादव पर भी दर्ज हुए थे, तब न्यायालय ने मदद की थी.’
सपा की ओर से जारी एक बयान में अखिलेश यादव के हवाले से कहा गया, ‘प्रशासन जितना अन्याय करेगा, लोगों का सरकार पर उतना ही विश्वास कम होगा. वैसे भी आज जनता का भरोसा प्रशासन और सरकार से उठता ही जा रहा है. मुकदमों की सूची देखिए, किस-किस तरह के मामले दर्ज हुए हैं. मां रो रही है कि उनके बेटे को फर्जी फंसा दिया गया है.’
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं, महिलाओं के साथ भी अन्याय हुआ है. परिवार के सदस्यों को अपमानित करने के लिए उन्हें थाने तक ले जाया गया.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने एक बेहतरीन जौहर अली विश्वविद्यालय की स्थापना की. उन्होंने जो सपना देखा उसको जमीन पर उतारा.
उन्होंने आने वाली नई पीढ़ी के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए यह संस्थान बनाया. आज शिक्षा बहुत महंगी हो गई है. इस विश्वविद्यालय से रामपुर और आसपास के जिलों के युवाओं को बेहतर शिक्षा मिलती. आजम ने तो बच्चों की जिंदगी संवारने का नेक काम किया.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा सरकार बदले की भावना से काम करती है. वह जानबूझ कर असली मुद्दों से भटकाने के लिए काम कर रही है. जब गठबंधन हार गया तब हमने सोचा था कि जनता को भी भरोसा होगा कि ये सरकार विकास करेगी लेकिन देखिए हमें शौचालय में फंसा दिया गया. रक्षा बजट जो डिफेंस कॉरिडोर पर खर्च होना था, वह अपाचे, राफेल के नाम पर विदेश जा रहा है. मेक इन इंडिया कहीं नहीं दिख रहा है.’
अखिलेश ने कहा, ‘भाजपा देश को डर और नफरत के रास्ते पर ले जा रही है. पहले सहारनपुर में बाबा साहब की मूर्ति तोड़ी गई. आज जालौन में गांधी जी की प्रतिमा तोड़ दी गई. मंहगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्या से ध्यान बंटाने के लिए विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है.’
उन्होंने जौहर अली विश्वविद्यालय, उर्दू गेट और रामपुर पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल का भी दौरा किया. वह आजम खां के निवास भी गए, उनके परिवार के सदस्यों से मिले तथा उन्हें समाजवादी पार्टी के पूर्ण समर्थन एवं सहयोग का भरोसा दिलाया.
इसी बीच केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार ने अखिलेश के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अखिलेश की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं, इसी आशंका के चलते वह भयभीत हैं और इसीलिए आजम खां का पक्ष लेकर सरकार के खिलाफ अनर्गल बातें कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 100 दिन पूरे होने पर बरेली में संवाददाता सम्मेलन करते हुए गंगवार ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, ‘जो लोग आजम खां के हिमायती हैं, वे शायद भूल गए हैं कि आजम ने अपने मंत्रीकाल में बरेली में ही एक अफसर को मुर्गा बनाया था. रामपुर हमारा पड़ोसी जिला है. आजम के कृत्य के बारे में हम लोगों से ज्यादा कौन जान सकता है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)