आशीष खेतान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांगी सुरक्षा

आप नेता ने कहा, नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे और एमएम कलबुर्गी जैसे लोगों को भी ऐसे ही दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से लगातार धमकी मिली थी और फिर उनकी हत्या कर दी गई.

आप नेता ने कहा, नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे और एमएम कलबुर्गी जैसे लोगों को भी ऐसे ही दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से लगातार धमकी मिली थी और फिर उनकी हत्या कर दी गई.

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आप नेता आशीष खेतान. (फोटो साभार: फेसबुक)

आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान ने अपनी सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने शीर्ष अदालत से कहा है कि उन्हें दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से लगातार धमकी दी जा रही है.

आप नेता ने कोर्ट के सामने सनातन संस्था, अभिनव भारत और हिंदू जन जागरण समिति का नाम लेते हुए कहा कि इनसे जुड़े लोग धमका रहे हैं और कई बार गुमनाम चिट्ठियां भी भेजी गई हैं. खेतान ने दिल्ली पुलिस की शिकायत करते हुए कहा कि जानकारी दी गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए. इसके साथ ही पत्रकारों, एक्टिविस्ट और बाकी लोगों को सुरक्षा देने के लिए सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को गाइडलाइन बनाने के आदेश जारी करे.

खेतान ने कहा कि इसी तरह से अंधविश्वास के ख़िलाफ़ लड़ने वाले तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर, सीपीआई नेता गोविंद पानसरे और कन्नड विद्वान एमएम कलबुर्गी जैसे लोगों को भी धमकी दी गई थी और फिर उनकी हत्या कर दी गई.

इसके साथ ही खेतान ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि उन्हें धमकी देने के मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए और अदालत खुद मामले की निगरानी करे.

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही आशीष खेतान ने दावा किया था कि कुछ संगठनों द्वारा जान से मारने की धमकी मिली है.

आप नेता ने ऐसे ही एक पत्र को ट्वीट किया था.

जिसमें लिखा था, ‘ हम तुम्हें सूचित करना चाहते हैं कि तुम्हारे पापों के सौ अपराध भर चुके हैं. अब समय आ गया है कि दुष्ट शिशुपाल की तरह तुम्हारे पापों का संहार किया जाए. तुम्हारे जैसों की वजह से साध्वी प्रज्ञा सिंह जैसे संतों को सालों तक जेल में सड़ना पड़ा. 61 फीसदी आध्यात्मिक प्रतिभा प्राप्त किये हुए वीरेंद्र सिंह तावड़े जैसे सज्जनों को भी जेल भिजवाने में तुम्हारा ही हाथ था.’

खेतान ने धमकी की सूचना केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को देते हुए उनसे इस पर उचित कार्रवाई करने की मांग की थी. खेतान ने सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि उन्हें गत 9 मई को धमकी भरा पत्र मिला.

इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी खेतान को धमकी मिलने पर गृह मंत्री से इस पर तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेते हुए प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की थी.