गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से पिछले महीने शुरू हुई इन घटनाओं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस ज़िले में शांति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है.
केंद्र सरकार ने गुरुवार को सहारनपुर में जारी हिंसा पर उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से पिछले महीने शुरू हुई इन घटनाओं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस जिले में शांति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारियां उपलब्ध कराने को कहा है.
वहीं, दूसरी ओर जातीय हिंसा के बाद चर्चा में आई भीम आर्मी को भाजपा का प्रोडक्ट बताते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने इस संगठन के साथ किसी तरह के संबंध से इंकार किया है.
बसपा और अपने भाई आनंद कुमार के साथ जुड़ाव के आरोपों पर मायावती ने कहा, ‘मेरे भाई और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भीम आर्मी से कोई कनेक्शन नहीं है. हमारी पार्टी आरोपों की निंदा करती है. सहारानपुर में बीएसपी के लोगों का मानना है कि भीम आर्मी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी का ही प्रॉडक्ट है.’
#Saharanpur mein BSP ke logon ka maanna hai ki Bhim Army purey tarah se Bharatiya Janata Party ka hi product hai: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/DplNeOQWDK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 25, 2017
इससे पहले एक खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि बसपा भीम आर्मी को समर्थन दे रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बसपा नेता और मायावती के भाई आनंद कुमार इस संगठन को फंड मुहैया करा रहे हैं.
गौरतलब है कि सहारनपुर में पांच मई को दो जाति समूहों के सदस्यों के बीच एक जुलूस के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर झड़पें हुई थीं जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और एक पुलिस अधिकारी सहित कम से कम 15 लोग घायल हो गए थे.
इसके बाद 23 मई को फिर से झड़पें हुई थीं जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई थी और चार घायल हुए थे. जिले में बुधवार को हुई ताजा हिंसा में तीन लोग घायल हुए.
हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने बुधवार को जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निलंबित कर दिया था. संभागीय आयुक्त एवं उपमहानिरीक्षक का तबादला किया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)