हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर और उनके समर्थकों ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी की.
नई दिल्ली: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में लंबे समय से चली आ रही कलह बुधवार को उस वक्त खुलकर सामने आ गई जब पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर और उनके समर्थकों ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी की.
तंवर और उनके समर्थकों ने आरोप लगाया कि टिकट वितरण में भ्रष्टाचार हो रहा है और पार्टी के लिए वर्षों से मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने सोहना विधानसभा का टिकट पांच करोड़ रुपए में बेचा था. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में अनुचित तरीके से टिकटों का बंटवारा नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को चुना जा रहा है वह कैसे जीतेंगे?
अशोक तंवर ने कहा कि मैं टिकट वितरण की प्रक्रिया में था इसलिए मुझे पता है कि ये सरकार बनवाई गई थी, बनी नहीं थी. आज भाजपा के जो 14 विधायक हैं उन्हें यहीं भेजा गया था. उनके 7 सांसदों की पृष्ठभूमि कांग्रेसी है. बीजेपी ने मुझे बीते तीन महीने में छह बार पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया, लेकिन मैं नहीं गया.
Ashok Tanwar, Congress: I was in ticket distribution process so I know,'yeh sarkar banvayi gayi thi, bani nahi thi'.14 ppl who are BJP MLAs today were sent away from here,7 of their MPs have Congress background. BJP offered me to join 6 times in 3 months,I didn't go & never will. https://t.co/dUqwIiGTCj
— ANI (@ANI) October 2, 2019
अपने इस्तीफे को लेकर अशोक तंवर ने कहा कि पहले भी तीन बार इस्तीफा दे चुका था, लेकिन मंजूर नहीं किया गया. इस दौरान अशोक तंवर ने अपने सहयोगियों से कहा कि वो चुनाव लड़ने के लिए अपने फार्म तैयार कर लें. अगर पार्टी का टिकट मिला तो अच्छा है, वर्ना जो आप करेंगे हम आपके साथ हैं.
अशोक तंवर ने कहा कि हमने टिकट के लिए 85 लोगों के नाम दिए हुए हैं. 35-40 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी एकतरफा जीत होगी. अगर मेरी नहीं सुनी जाएगी तो मैं इन सभी की सुनूंगा. अगर मेरी सुनते तो आज कांग्रेस का नाश नहीं होता.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा निगम के चुनाव पार्टी के चिन्ह पर लड़ना चाहिए लेकिन किसी ने नही सुना. जिनके पास पावर और पैसे है उनकी सुनवाई हुई.
अशोक तंवर ने कहा कि राज्य में बीते 5 सालों में मैंने पार्टी को अपने खून-पसीने से सींचा है. राजस्थान में नेतृत्व को खत्म किया जा रहा है. हम हमेशा से अपनी पार्टी को लेकर समर्पित रहे हैं. ऐसे लोगों को टिकट क्यों दिए जा रहे हैं जो पहले कांग्रेस की आलोचना करते थे और अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.
माना जा रहा है कि बहुत जल्द हरियाणा के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची जारी हो सकती है.
सोनिया के आवास के बाहर तंवर और उनके सैकड़ों समर्थकों जमा हुए और हुड्डा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
हुड्डा समर्थकों का दावा है कि तंवर की वजह से हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति खराब हुई और वह पद से हटाए जाने की नाराजगी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगा रहे हैं.
हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से अंदरूनी कलह की खबरें आ रही थीं. इसी कलह को दूर करने की कोशिश करते हुए कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस ने तंवर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को कमान सौंपी तथा हुड्डा को विधायक दल का नेता एवं चुनाव प्रबंधन समिति का प्रमुख बना दिया.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)