यूपी: पूर्व राज्यमंत्री से प्रेम विवाह करने वाली महिला की कथित तौर पर नाराज़ भाई ने की हत्या

उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर का मामला. मृतक महिला ने उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में राज्यमंत्री फ़ारुख़ हसन से हाल ही में प्रेम विवाह किया था. हत्या के आरोपी भाई की पुलिस कर रही है तलाश.

(फोटो साभार: India Rail Info)

उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर का मामला. मृतक महिला ने उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में राज्यमंत्री फ़ारुख़ हसन से हाल ही में प्रेम विवाह किया था. हत्या के आरोपी भाई की पुलिस कर रही है तलाश.

(फोटो साभार: India Rail Info)
(फोटो साभार: India Rail Info)

मेरठ: उत्तर प्रदेश में मेरठ के श्यामनगर इलाके में बीते बृहस्पतिवार को एक पूर्व मंत्री से हाल ही में विवाह करने वाली महिला की उसकी भाई ने गला रेतकर हत्या कर दी गई.

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर घटना की जांच शुरू कर दी है.

लिसाड़ी गेट थाना प्रभारी नज़ीर अली ख़ान ने पीड़िता की बहन की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर बताया कि मृतक राहिला बेगम (26) का खुर्शीद नामक व्यक्ति के साथ निकाह हुआ था. पति से अनबन होने की वजह से वह पिछले कुछ दिनों से अपने बच्चे के साथ मायके में रह रही थीं.

पुलिस ने शिकायत के हवाले से बताया कि राहिला ने बाद में सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे फ़ारुख़ हसन से प्रेम विवाह कर लिया. लेकिन दोनों के परिजनों ने इस शादी का विरोध किया.

शिकायत में कहा गया है कि पीड़िता के भाई ने ही उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया.

अमर उजाला से बातचीत में सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला ने बताया कि इस हत्याकांड में दोनों पक्षों की भूमिका की जांच की जा रही है. राहिला को पहले तलाक देने के लिए मनाया गया, लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी गई. हत्या में कौन-कौन लोग शामिल हैं, यह राहत के पकड़े जाने के बाद साफ होगा.

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 11 सितंबर को राहिला ने फ़ारुख़ से निकाह किया था. इस पर फ़ारुख़ के परिजनों ने भी आपत्ति जताई. उनका कहना था कि उसने पहली बीवी को तलाक दिए बिना दूसरा निकाह कर लिया था.

इसे लेकर फ़ारुख़ की पहली पत्नी ने जानी खुर्द थाने में तहरीर दी. पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया था लेकिन राहिला, फ़ारुख़ के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही. विवाद बढ़ने पर फ़ारुख़ और राहिला लिसाड़ी गेट क्षेत्र में किराए पर रहने लगे थे.

रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पर ही परिजनों का दबाव था, इसलिए वह ज्यादा दिन तक नहीं रह पाए. पांच दिन पहले राहिला के परिजन उसे घर लेकर आए था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)