हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्याग-पत्र में आरोप लगाया है कि पार्टी को ख़त्म करने की साज़िश रची जा रही है. पार्टी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की वजह से नहीं, बल्कि गंभीर आंतरिक विरोधाभासों की वजह से अस्तित्व से जुड़े संकटों से गुज़र रही है.
नई दिल्लीः हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से नाराज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
तंवर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्याग-पत्र में आरोप लगाया है कि पार्टी को खत्म करने की साजिश रची जा रही है.
उन्होंने बीते तीन अक्टूबर को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से भी इस्तीफा दे दिया था और आरोप लगाया कि हरियाणा कांग्रेस अब ‘हुड्डा कांग्रेस’ बनती जा रही है.
After long deliberations with party workers and for reasons well known to all Congressman and public, I hereby resign from the primary membership of the @INCIndia pic.twitter.com/qG9dYcV6u2
— Ashok Tanwar (@AshokTanwar_INC) October 5, 2019
अशोक तंवर ने ट्वीट कर कहा, ‘पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लंबे विचार-विमर्श और कुछ कारणों की वजह से मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इन कारणों से कांग्रेस के सभी लोग और जनता वाकिफ है.
तंवर ने सोनिया गांधी को लिखे चार पेज के पत्र में कहा है, ‘पार्टी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की वजह से नहीं, बल्कि गंभीर आंतरिक विरोधाभासों की वजह से अस्तित्व से जुड़े संकटों से गुजर रही है.’
पत्र में कहा गया, ‘मैं कई महीनों के विचार-विमर्श के बाद कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. वह पार्टी जिसे मैंने अपने पसीने और खून से सींचा है. मेरी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है बल्कि सिस्टम से है, जो दशकों पुरानी इस पार्टी को बर्बाद कर रही है.’
तंवर ने कहा कि उनके सामने पार्टी छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था और वह फिलहाल भाजपा या किसी अन्य पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहे हैं.
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राहुल गांधी के करीबियों की राजनीतिक हत्या की जा रही है.
अशोक तंवर का यह फैसला 21 अक्टूबर को राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी होने के एक दिन बाद आया है. इस सूची में अशोक तंवर का नाम शामिल था.
गौरतलब है कि हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर और उनके समर्थकों ने हाल ही में नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी की थी.
तंवर और उनके समर्थकों ने आरोप लगाया था कि टिकट वितरण में भ्रष्टाचार हो रहा है और पार्टी के लिए वर्षों से मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है.
उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी ने सोहना विधानसभा का टिकट पांच करोड़ रुपये में बेचा था.
उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में अनुचित तरीके से टिकटों का बंटवारा नहीं किया जा रहा है. जिन लोगों को चुना जा रहा है वह कैसे जीतेंगे?
अशोक तंवर ने कहा था, ‘मैं टिकट वितरण की प्रक्रिया में था इसलिए मुझे पता है कि ये सरकार बनवाई गई थी, बनी नहीं थी. आज भाजपा के जो 14 विधायक हैं, उन्हें यहीं से भेजा गया था. उनके सात सांसदों की पृष्ठभूमि कांग्रेसी है. भाजपा ने मुझे बीते तीन महीने में छह बार पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया, लेकिन मैं नहीं गया.’
टिकट वितरण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए तंवर ने यह भी कहा कि वह जरूरत पड़ने पर इसके सबूत सोनिया गांधी को सौंपेंगे.
मालूम हो कि हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)