चिन्मयानंद मामला: रेप पीड़िता की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की 23 साल की छात्रा ने भाजपा नेता चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाया था, जिसके बाद चिन्मयांनद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पीड़िता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की 23 साल की छात्रा ने भाजपा नेता चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाया था, जिसके बाद चिन्मयांनद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पीड़िता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

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दिल्ली के जंतर मंतर पर शाहजहांपुर बलात्कार पीड़िता की गिरफ्तारी का विरोध करती छात्राएं. (फोटो साभारः ट्विटर)

नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली छात्रा की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं और महिला संगठनों ने शनिवार को प्रदर्शन किया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों की छात्राओं और कुछ महिला संगठनों ने शनिवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर चिन्मयानंद कि विरोध में प्रदर्शन करते हुए जेल में बंद छात्रा के लिए इंसाफ की मांग की.

23 साल की कानून की छात्रा ने चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगया था, जिसके एक महीने बाद कथित तौर पर चिन्मयांनद को ब्लैकमेल करने और उनसे पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पीड़िता के खिलाफ ही मामला दर्ज किया गया.

ऑल इंडिया वुमेन डेमोक्रेटिक एसोसिएशन की वाइस प्रेसिडेंट एस. पुनियावता ने कहा कि इस मामले में पीड़िता को बलि का बकरा बनाया गया और आरोपी को बचाया जा रहा है. हम सरकार से मांग करते हैं कि वह चिन्मयानंद को बचाना बंद करें और बलात्कार पीड़िता को रिहा करे.

जामिया की चैताली ने कहा, ‘हम पितृसत्तात्मक ढांचे का विरोध कर रहे हैं. हम सत्ता और अधिकार के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. आरोपी पर अभी तक बलात्कार का मामला भी दर्ज नहीं हुआ जबकि छात्रा ने गवाही और सबूत दे दिए हैं. यह कैसी जांच है.’

मालूम हो कि चिन्मयानंद के वकील द्वारा छात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कराने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला को गिरफ्तार किया था. उसे 24 सितंबर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.

छात्रा के पिता ने पहले कहा था कि पुलिस के पास उसकी बेटी के खिलाफ नाममात्र सबूत हैं और पुलिस कथित तौर पर चिन्मयानंद को बचाने की कोशिश कर रही है. चिन्मयानंद की गिरफ्तारी में छात्र की गवाही मुख्य था.

पीपुल्स डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन (पीडीएसयू) के सदस्य और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र जयदीप ने कहा कि आज न्याय का मतलब सिर्फ ताकतवर लोग हैं.

उन्होंने कहा, ‘जिनके पास ताकत और पैसा है, न्याय सिर्फ उन्हीं के लिए है. एसआईटी मामले को भटकाने की कोशिश कर रही है और उसका पूरा ध्यान बलात्कार के बजाए उगाही पर है. मुझे उम्मीद है कि इस घटिया राजनीति से लड़की प्रभावित नहीं होगी और वह खुद के लिए खड़ी होगी.’

जामिया मिलिया इस्लामिया में जेंडर स्टडीज की छात्रा रेखा सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सिस्टम का हिस्सा बन चुकी हैं.

गौरतलब है कि शाहजहांपुर स्थित स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 23 अगस्त को सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण तथा कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने के आरोप लगाने के साथ ही उसे तथा उसके परिवार को जान का खतरा बताया था.

हालांकि छात्रा ने इस वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन छात्रा के पिता ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में कहा है कि वह चिन्यमानंद की ओर इशारा कर रही थी.

छात्रा के पिता ने अपनी शिकायत में कहा था कि उनकी बेटी का यौन शोषण किया गया. इसके बाद भाजपा के पूर्व सांसद के खिलाफ आईपीसी की धारा 364 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गई.

चिन्मयानंद इस महाविद्यालय की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हैं.