मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के बेहड़ी गांव की 24 वर्षीय सामूहिक बलात्कार पीड़िता से क़रीब एक साल पहले तीन लोगों ने बलात्कार किया था और तब से आरोपी ज़मानत पर हैं. आत्महत्या करने से पहले पीड़िता ने अपने हाथ पर आरोपियों के नाम लिखे थे.
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला के बेहड़ी गांव में एक सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आरोपियों द्वारा उनके खिलाफ मामला वापस लेने के लिए कथित तौर पर परेशान किये जाने के बाद पीड़िता ने यह कदम उठाया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
जिले के चपार थाना क्षेत्र के अंतर्गत शनिवार शाम को आत्महत्या करने से पहले 24 वर्षीय महिला ने अपने हाथ पर आरोपियों के नाम भी लिखे थे.
पुलिस ने बताया कि महिला का करीब एक साल पहले तीन लोगों ने बलात्कार किया था और तब से आरोपी जमानत पर हैं.
पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपी उसकी बेटी को धमकी दे रहे थे और अपने खिलाफ बलात्कार का मुकदमा वापस लेने के लिए उसे परेशान कर रहे थे.
क्षेत्राधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि पिता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
दैनिक जागरण के मुताबिक एक साल पहले पीड़ित युवती जब रोहाना से अपने गांव लौट रही थी तीन युवकों ने उसका अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया था. पुलिस तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया था लेकिन हाल ही में तीनों आरोपित जेल से छूटकर बाहर आए हैं.
युवती के साथ चार साल पहले भी बलात्कार हुआ था. वह पिछले चार सालों से तनाव में चल रही थी. ये बात परिजनों ने भी स्वीकारी है.
एसपी सतपाल आंतिल ने अमर उजाला को बताया कि पूछताछ में परिजनों ने बताया है कि करीब चार साल पहले युवती मेरठ के दौराला क्षेत्र में अपने ननिहाल गई थी. जहां उसके सगे मामा ने उसके साथ बलात्कार किया था. रिश्तेदारी का मामला होने की वजह से दोनों पक्षों में समझौता हो गया था, जिसके कारण घटना की शिकायत नहीं की गई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)