चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा को लेकर तमिलनाडु और महाबलीपुरम को सजाया-संवारा गया है. अवैध बैनर लगाने वालों को अधिकतम सज़ा देने के लिए विशेष क़ानून बनाए जाने की मांग करने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि जब बड़े नेता आते हैं, सरकार तभी ऐसे क़दम उठाती है.
चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शिखर वार्ता से पहले चेन्नई और नजदीक स्थिति महाबलीपुरम या मामल्लापुरम में जोर-शोर से चल रहे सफाई अभियान का जिक्र करते हुए मद्रास उच्च न्यायालय ने अपनी टिप्पणी में कहा कि नेताओं को तमिलनाडु का दौरा अक्सर करते रहना चाहिए, ताकि राज्य साफ-सुथरा बना रहे.
बीते गुरुवार को जस्टिस एस. वैद्यनाथन और जस्टिस सी. सरवनन की अवकाश पीठ ने अवैध बैनर लगाने वालों को अधिकतम सजा देने के लिए विशेष कानून बनाए जाने मांग करने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की.
बीते 12 सितंबर को 23 साल की इंजीनियर सुबाश्री के ऊपर एक अवैध होर्डिंग गिर गई थी. वह चेन्नई थुरईपक्कम-पल्लवरम रेडियल रोड पर अपनी बाइक से जा रही थीं, जब होर्डिंग उन पर गिर गई. इसी दौरान एक ट्रक ने उन्हें कुचल दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी.
सुबाश्री के पिता ने यह याचिका दायर की है.
द न्यूज़ मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, एआईएडीएमके के पूर्व पार्षद और कांचीपुरम ईस्ट एमजीआर मंड्रम के सहायक सचिव एस. जयगोपाल के परिवार में एक शादी के लिए यह होर्डिंग लगाई गई थी, जो सुबाश्री के ऊपर गिर गई थी.
याचिकाकर्ता में अपनी बेटी की मौत के लिए सरकार से मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपये और मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है.
सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा कि अब मामल्लापुरम बहुत साफ हो गया है. जब बड़े नेता आते हैं, सरकार तभी ऐसे कदम उठाती है. यदि तमिलनाडु को साफ-सुथरा बनाना है तो ऐसे नेताओं को अक्सर दौरे करते रहने होंगे.
मालूम हो कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को चेन्नई पहुंच गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग से शुक्रवार को चेन्नई से करीब 50 किलोमीटर दूर मामल्लापुरम में मुलाकात की.
जिनपिंग की यात्रा से मामल्लापुरम स्थित 7वीं सदी के पल्लव वंश से जुड़े स्मारकों को साफ-सफाई कर चमकाया गया है.
इसके अलावा पूरे जीएसटी रोड, जहां चेन्नई हवाई अड्डा स्थित है, ओल्ड महाबलीपुरम रोड और ईस्ट कोस्ट रोड को जिनपिंग की यात्रा को देखते हुए नया सिरे से सजाया गया है. चेन्नई के जीएसटी रोड स्थित मेट्रो रेल के पिलर पर लगाए गए पोस्टरों को भी हटा दिया गया है और सड़क के बीच के हिस्से को फिर से पेंट किया गया है.
चेन्नई और मामल्लापुरम में युद्ध स्तर पर चले सफाई और सौंदर्यीकरण के काम का जिक्र करते हुए न्यायाधीशों ने यह टिप्पणी की.
मामले में आगे की सुनवाई के लिए 15 अक्टूबर की तिथि तय की गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)