18 मार्च 1965 को एलेक्सी लियोनोव ने वोस्कोड-2 मिशन के दौरान यान से बाहर निकलकर 12 मिनट नौ सेंकेंड तक अंतरिक्ष में चहलकदमी कर इतिहास रचा था.
मॉस्को: साल 1965 में अंतरिक्ष में चहलकदमी करने वाले प्रथम व्यक्ति सोवियत रूस कालीन अंतरिक्ष यात्री एलेक्सी लियोनोव का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन हो गया. वह 85 साल के थे.
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रॉस्कॉस्मॉस ने कहा कि उसे अंतरिक्ष यात्री नंबर 11 के निधन की घोषणा करते हुए दुख हो रहा है जिन्हें दो बार देश के शीर्ष सम्मान ‘हीरो ऑफ सोवियत यूनियन’ से सम्मानित किया गया.
लियोनोव के परिवार को लिखे पत्र में रॉस्कॉस्मॉस ने कहा, ‘इतिहास में उनका नाम हमेशा दर्ज रहेगा.’
लियोनोव, यूरी गागरिन के घनिष्ठ मित्र थे, जो 1961 में बाहरी अंतरिक्ष में कदम रखने वाले पहले मानव थे.
चार साल बाद 18 मार्च 1965 को जब लियोनोव वोस्कोड-2 (सनराइज़-2) मिशन के दौरान अंतरिक्ष यान से बाहर निकले और उन्होंने 12 मिनट नौ सेंकेंड तक अंतरिक्ष में चहलकदमी की तब उन्होंने एक इतिहास रचा था.
वैसे तो अंतरिक्ष उड़ान और अंतरिक्ष में चहलकदमी सफल रही, लेकिन धरती पर उनकी वापसी करीब करीब दुखद घटना में तब्दील हो गई. वह और अन्य अंतरिक्ष यात्री पावेल बेलयायेव दुर्घटना का शिकार होकर साइबेरिया के जंगलों में उतरे थे.
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के बाद शीत युद्ध में आमने सामने रहे सोवियत यूनियन और अमेरिका के बीच एक बार फिर अंतरिक्ष में आधिपत्य जमाने की होड़ लग गई थी.
लियोनोव के अंतरिक्ष में चहलकदमी की घटना के तीन महीने से भी कम समय में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री एड ह्वाइट ने अंतरिक्ष में चहलकदमी की. तीन जून 1965 को वह करीब 20 मिनट अपने यान से बाहर अंतरिक्ष में रहे.
10 साल बाद अंतरिक्ष की अपनी दूसरी यात्रा में लियोनोव ने अपोलो सोयूज़ 19 की कमान संभाली.
लियोनोव की सहायक नतालिया फिलिमोनोवा ने कहा कि लियोनोव ने लंबी बीमारी के बाद मॉस्को के बुर्डेंको अस्पताल में अंतिम सांस ली.
एक अन्य अंतरिक्ष यात्री बोरिस वोलीनोव की पत्नी तमारा वोलीनोव ने कहा, ‘यह हम सभी के लिए बड़ी त्रासदी है. वह अनोखे व्यक्ति थे.’
तमारा ने अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में एक पुस्तक लिखी है.
क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने बताया कि रूसी प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन लियोनोव के परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्ति की है.
पेस्कोव ने कहा, ‘लियोनोव के साहस की पुतिन हमेशा प्रशंसा करते थे और मानते थे कि वह एक असाधारण इंसान थे.’
We’re saddened by the loss of legendary @roscosmos cosmonaut Alexei Leonov who became the first human to walk in space on March 18, 1965. His venture into the vacuum of space began the history of extravehicular activity that makes today’s @Space_Station maintenance possible. pic.twitter.com/8EavxJd5R1
— NASA (@NASA) October 11, 2019
शुक्रवार को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी लियोनोव के परिवार के प्रति शोक व्यक्ति करते हुए कहा कि वह उनके जाने से दुखी है.
नासा की ओर से ट्वीट कर कहा गया, ‘अंतरिक्ष में उनकी जोखिमभरी चहलकदमी ने असाधारण गतिविधियों के इतिहास की शुरुआत की थी, जिसकी वजह से आज के समय में अंतरिक्ष स्टेशन की देखरेख कर पाना संभव हो सका है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)