सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस एसए बोबडे के नाम की सिफ़ारिश करते हुए विधि एवं न्याय मंत्रालय को पत्र लिखा है.
![New Delhi: In this Friday, Nov. 30, 2018 file photo, Chief Justice of India Justice Ranjan Gogoi and Supreme Court of India Judge Justice SA Bobde in New Delhi. Gogoi on Friday, Oct. 18, 2019 wrote to the Centre recommending justice SA Bobde as his successor. As per tradition, the sitting CJI has to write and recommend his immediate successor.(PTI Photo/Kamal Singh) (PTI10_18_2019_000024)](https://hindi.thewire.in/wp-content/uploads/2019/10/Ranjan-Gogoi-SA-Bobde-PTI10_18_2019_000024B.jpg)
नई दिल्लीः मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने शुक्रवार को केंद्र सरकार को एक पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट में अपने बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश एसए बोबडे को अपना उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश की है.
जस्टिस गोगोई ने विधि एवं न्याय मंत्रालय को पत्र लिखकर जस्टिस बोबडे को अगला चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की है.
जस्टिस गोगोई ने तीन अक्टूबर 2018 को देश के 46वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ ग्रहण किया था. वह इस साल 17 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे.
गोगोई अयोध्या विवाद और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) सहित कई महत्वपूर्ण मामलों में सुप्रीम कोर्ट का नेतृत्व कर चुके हैं.
Chief Justice of India (CJI) Ranjan Gogoi(file pic) recommended by writing a letter of appointment for second senior most judge Justice S A Bobde as the next Chief Justice of India. As per tradition, the sitting CJI has to write and recommend his immediate successor pic.twitter.com/5aTZYIdl0Z
— ANI (@ANI) October 18, 2019
मुख्य न्यायाधीश गोगोई ने परंपरा के अनुसार अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने बाद अगले वरिष्ठतम न्यायाधीश के नाम की सिफारिश की है. अगर इस पर सहमति बन जाती है तो जस्टिस बोबडे 18 नवंबर को बतौर चीफ जस्टिस शपथ ले सकते हैं. 47वें मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक होगा.
एसए बोबडे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस हैं और वह कई महत्वपूर्ण पीठों का हिस्सा रह चुके हैं. वह महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, मुंबई और महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नागपुर के चांसलर भी हैं.
बोबडे ने नागपुर विश्वविद्यालय से बीए और एलएलबी डिग्री ली है. वह अपर न्यायाधीश के रूप में 29 मार्च 2000 को बॉम्बे हाईकोर्ट की खंडपीठ का हिस्सा बने.
उन्होंने 16 अक्टूबर 2012 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी. वह 12 अप्रैल 2013 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)